खतरे के साए में पढ़ रहे नौनिहाल

By: Jan 18th, 2017 12:05 am

जवाली –  उपमंडल जवाली के अंतर्गत भनेई में स्थित राजकीय माध्यमिक पाठशाला में शिक्षा ग्रहण करने वाले बच्चों की जान का भगवान ही रखवाला है। राजकीय माध्यमिक पाठशाला भनेई का भवन काफी जर्जर हो चुका है, जिसके कमरों की छतों से पलस्तर उखड़ने के कारण सरिया तक बाहर दिखाई देने लग पड़ा है। दीवारों में भी दरारें आ गई हैं, जिसके कारण इन कमरों में बैठकर शिक्षा ग्रहण करने वाले बच्चे अपने आपको असुरक्षित महसूस करते हैं। बच्चों के साथ-साथ अध्यापकों की सुरक्षा भी भगवान के हाथ में ही है। बच्चों सहित अध्यापक भी अपनी जान को जोखिम में डालकर कमरों के अंदर बैठकर बच्चों को पढ़ाई करवाने के लिए मजबूर हैं। अगर एक-दो दिनों तक बारिश लगातार रहे तो छत से पानी भी टपकना शुरू हो जाता है। इस स्कूल में भनेई, नरगाला, भोल, समलाना के करीब 27 बच्चों शिक्षा ग्रहण करते हैं।  बुद्धिजीवियों ने कहा कि मुख्य संसदीय सचिव (शिक्षा विभाग) नीरज भारती के निवास स्थान से उक्त स्कूल की दूरी करीब डेढ़ किलोमीटर है परंतु इसके बावजूद उनकी नजर-ए-इनायत को स्कूल तरस रहा है। बुद्धिजीवियों ने कहा कि अभिभावक खस्ताहालत भवन के कारण अपने बच्चों को स्कूल से निकलवाने के लिए मजबूर हो रहे हैं। उन्होंने मांग की है कि इस स्कूल के जर्जर भवन को गिरवाकर आधुनिक सुविधाओं से लैस भवन बनवाया जाए तथा स्कूल को आने वाले रास्ते को पक्का करवाया जाए।  इस बारे में नगर पंचायत जवाली के वार्ड भनेई के पार्षद जगपाल जग्गू का कहना है कि बिल्डिंग के बारे में शिक्षा बोर्ड को लिखित रूप से लिखा गया है, लेकिन भवन के लिए जमीन ट्रांसफर होगी, जिसकी प्रोसेस चली हुई है। जल्द ही इस स्कूल के लिए आधुनिक सुविधाओं से लैस भवन बनेगा।  इस बारे में भाजपा जिलाध्यक्ष अर्जुन सिंह ने कहा कि जवाली के स्कूलों को मात्र स्तरोन्नत ही किया गया है, जबकि भवन बनवाने की तरफ व स्टाफ उपलब्ध करवाने की तरफ कोई ध्यान नहीं दिया गया। उन्होंने कहा कि जवाली के स्कूलों में शिक्षा का स्तर काफी गिर चुका है।


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