झुक गया मुलायम खेमा

By: Jan 6th, 2017 12:08 am

फिलहाल अखिलेश ही संभालेंगे पार्टी की बागडोर, निशान की लड़ाई में बनी सहमति

NEWSलखनऊ— यूपी में समाजवादी पार्टी का झगड़ा लगभग शांत हो गया है। विधानसभा चुनाव की तारीखों के ऐलान के बाद मुलायम और बेटे अखिलेश दोनों खेमों में अंदरखाते चल रही सुलह की कोशिशें भी तेज हो चुकी थीं। सूत्रों के मुताबिक साइकिल सिंबल फंसता देख मुलायम और शिवपाल बैकफुट पर आ चुके हैं और पार्टी की कमान पूरी तरह अखिलेश यादव को सौंपी जा सकती है। समाजवादी पार्टी अखिलेश के नेतृत्व में ही विधानसभा चुनाव लड़ेगी। चुनाव सिर पर हैं, ऐसे में मुलायम सिंह यादव ने भी किसी तरह विवाद को खत्म करने या फिर टाल देने में ही अपनी भलाई समझी। गुरुवार को मुख्यमंत्री अखिलेश यादव की बुलाई गई बैठक में उनके समर्थक विधायकों और मंत्रियों ने अखिलेश यादव को हलफनामा सौंपा। विधायकों से लिए गए हलफनामे को अखिलेश चुनाव आयोग को सौंपेंगे। दरअसल चुनाव आयोग ने एसपी के दोनों गुटों से हलफनामा मांगा है। एसपी के करीब 220 विधानसभा सदस्यों और 60 विधान परिषद सदस्यों ने अखिलेश को हलफनामा सौंपा। बैठक से पहले ही हलफनामा तैयार था, विधायकों को सिर्फ उन पर दस्तखत करके अखिलेश को सौंपना था। अखिलेश की बुलाई बैठक में राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव के समधी और एसपी के एमएलसी जितेंद्र यादव भी शामिल हुए थे। जितेंद्र यादव को शिवपाल यादव का करीबी माना जाता है। बैठक में अखिलेश ने मौजूद विधायकों को भरोसा दिलाया कि यहां बैठक में जो भी आया है, उसका टिकट नहीं काटा जाएगा।

नौ तक देना है जवाब

लखनऊ – उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव और उनके पिता मुलायम सिंह यादव के खेमों के बीच चल रही तनातनी के बीच चुनाव आयोग ने दोनों खेमों को समाजवादी पार्टी के चुनाव चिन्ह ‘साइकिल’ पर अपने-अपने दावे को लेकर नौ जनवरी तक साक्ष्य उपलब्ध कराने के निर्देश दिए हैं। हालांकि भाजपा समेत कुछ अन्य सियासी दलों का यह मानना है कि पिता-पुत्र के बीच चल रहा यह घमासान एक ‘फिक्स्ड मैच’ है।

अखिलेश बोले, तीन-चार महीने ही संभालूंगा कमान

अखिलेश यादव ने बैठक में यह भी कहा कि मैं चुनाव के मद्देनजर सिर्फ तीन-चार महीने समाजवादी पार्टी की बागडोर संभालूंगा। उन्होंने कहा कि चुनाव बाद नेताजी जैसा कहेंगे, मैं वैसा ही करूंगा। इस बात से भी यह संकेत मिल रहा है कि चुनाव को देखते हुए दोनों गुट फिलहाल विवाद टालने के मूड में हैं। अखिलेश ने बैठक में यह भी कहा कि अबकी बार नेताजी मुलायम सिंह यादव दिल्ली से आएंगे तो हम खुद लखनऊ एयरपोर्ट पर उनको रिसीव करने जाएंगे।

विवाद सुलझने के बाद कांग्रेस से गठबंधन संभव

समाजवादी पार्टी का विवाद सुलझने के बाद अखिलेश कांग्रेस से गठबंधन कर सकते हैं। सूत्रों के मुताबिक कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी और यूपी में समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव के बीच गठबंधन को लेकर बातचीत बन चुकी है। हालांकि गठबंधन होने की सूरत में अपना कद घटने के डर से कांग्रेस के कुछ बड़े नेता और टिकट कटने के डर से ज्यादातर कांग्रेसी उम्मीदवार गठबंधन का विरोध कर रहे हैं।


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