डाक्टर तो आए, पर काले बिल्ले लगाकर

By: Jan 25th, 2017 12:05 am

नाहन  – हिमाचल प्रदेश मेडिकल आफिसर्स एसोसिएशन के एक दिवसीय सामूहिक अवकाश के बाद मंगलवार को जिला सिरमौर के तमाम चिकित्सा अधिकारियों ने काले बिल्ले लगाकर विरोध जताया। इस दौरान जिला के तमाम अस्पतालों में चिकित्सा सेवाएं पूर्ण रूप से सामान्य रहीं तथा मरीजों को किसी भी प्रकार की परेशानी पेश नहीं आई। हिमाचल प्रदेश मेडिकल आफिसर्स एसोसिएशन के सिरमौर ब्रॉच के अध्यक्ष डा. विनय गुप्ता ने बताया कि एचएमओए के लंबे समय से मेडिपर्सन एक्ट को गैर जमानती बनाने की मांग को सरकार नजरअंदाज कर रही है, जिसके चलते सोमवार को प्रदेश भर के अढ़ाई हजार चिकित्सा अधिकारी सामूहिक अवकाश पर रहे। अब 24 जनवरी से दो फरवरी तक काले बिल्ले लगाकर विरोध किया जाएगा तथा तीन से 12 फरवरी तक सभी चिकित्सा अधिकारी सुबह दो घंटे की पेन डाउन स्ट्राइक करेंगे। यदि सरकार ने इस बीच भी उनकी मांग नहीं मानीं तो 13 फरवरी को पुनः एक दिन का सामूहिक अवकाश किया जाएगा। डा. विनय गुप्ता ने बताया कि बीते तीन सालों से चिकित्सा अधिकारी प्रदेश सरकार व प्रशासन से अपनी मांगों को लेकर मिल रही है। स्वास्थ्य संस्थानों में असामाजिक तत्त्व नुकसान पहुंचा रहे हैं। इसके अलावा चिकित्सा अधिकारियों व अन्य पैरा मेडिकल स्टॉफ के साथ लगातार मारपीट व दुर्व्यवहार की घटनाएं बढ़ रही हैं, जिससे अस्पतालों में स्वास्थ्य विभाग के कर्मी सुरक्षित नहीं हैं। ऐसे में चिकित्सा अधिकारियों ने सरकार से मांग की कि शीघ्र ही मेडिपर्सन एक्ट को गैर जमानती बनाया जाए। जिला के नाहन स्थित डा. वाईएस परमार मेडिकल कालेज के अलावा सिविल अस्पताल पांवटा, सराहां, ददाहू, राजगढ़ आदि संस्थानों में चिकित्सा अधिकारियों ने काले बिल्ले लगाकर विरोध जताया।

 

 


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