दहकते जंगलों पर बरसी राहत

By: Jan 7th, 2017 12:01 am

भुंतर —  जिला में पिछले दो माह से दहकते जंगलों को आसमान से राहत बरसी है। जिला में बारिश और बर्फबारी की दस्तक ने पार्वती वन मंडल सहित अन्य जंगलों की आग पर एकाएक ब्रेक लगा दी है। लिहाजा, वन विभाग की दौड़भाग बंद हो गई है साथ वन्य प्राणियों की जान में जान आग गई है।  नवंबर माह से कुल्लू जिला के जंगलों पर आई आफत बारिश ने टाल दी है। दो माह में जिला के जंगलों की करोड़ों की संपत्ति आग के हवाले हो चुकी है। जानकारी के अनुसार इस अवधि में करीब सौ से अधिक वनाग्नि के मामले सामने आ चुके हैं, जिनमें से 35 मामलों में अग्निशमन विभाग को जंगलों की ज्वाला को शांत करने के लिए दौड़ लगानी पड़ी। वन विभाग के अधिकारियों के अनुसार इस बार मौसम के शुष्क रहने से ज्यादा आग के मामले सामने आए हैं। विभाग की मानें तो नवंबर और दिसंबर का मौसम वनाग्नि के स्तर को निर्धारित करता है। अगर इन माह में आसमान से राहत बरसी तो जंगलों को राहत मिलती है और बारिश न होने पर इनकी शामत आती है। विभाग के अनुसार पिछले दो से तीन सालों में इन दो माह में बारिश कम हुई है, जिसके कारण वन्य आग की घटनाएं भी बढ़ी हैं। पार्वती वन मंडल के मंडलाधिकारी एचएल राणा कहते हैं कि समय पर बारिश से जंगलों में नमी बढ़ जाती है, जिसके कारण आग का असर कम हो जाता है। उनके अनुसार इस बार बारिश न होने से विभाग की भागदोड़ ज्यादा हुई है। उन्होंने बताया कि पिछले कुछ दिनों से मौसम में आए बदलाव के चलते आग की घटनाएं रुक गई हैं।

जलोड़ी दर्रे पर छह इंच बर्फबारी

आनी  – आनी क्षेत्र में मौसम एक बार फिर से मेहरबान हुआ है। शुक्रवार दोपहर बाद तापमान में एकाएक गिरावट आने से ऊंचाई वाले क्षेत्रों में रुक-रुक कर वर्षा हुई और क्षेत्र के प्रमुख दर्रे जलोड़ी जोत सहित साथ लगती अन्य पहाडि़यों पर हिमपात हुआ।  जानकारी के अनुसार एनएच 305 के मध्य 10280 फुट की ऊंचाई पर स्थित प्रमुख जलोड़ी दर्रे पर शुक्रवार को खबर लिखे जाने तक छह इंच ताजा हिमपात हुआ है, जिससे घाटी में शीतलहर दौड़ गई है। ग्रामीण क्षेत्रों में लोगों ने ठंड से बचाव के लिए बुखारी जलाना शुरू कर दिया है।


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