योल में नगर निगम का विरोध और तेज

By: Jan 20th, 2017 12:05 am

योल  —  कैंट बोर्ड योल भंग होने व नगर निगम में शामिल करने की घोषणा से यहां के विभिन्न संगठनों व लोगों ने विरोध करना शुरू कर दिया है । ग्राम पंचायत निर्माण संघर्ष समिति के प्रधान ज्ञान चंद ने कहा कि उनका संगठन योल पंचायती राज की स्थापना के लिए पिछले कई वर्षों से संघर्ष करता आ रहा है। दो व आठ वर्ष में माननीय उच्च न्यायालय में अपील भी की गई थी । छावनी क्षेत्र शहरी क्षेत्र माना जाता है इसलिए यहां की भौगोलिक स्थिति व ग्रामीण क्षेत्रों में खेतीबाड़़ी करते किसानों को सुविधाएं उपलब्ध करवाने की लिए ये सब प्रयत्न किए गए। उन्होंने कहा कि अगर नगर निगम में शामिल किया गया, तो फिर से संघर्ष किया जाएगा। साथ ही जरूरत पड़ी तो न्यायालय का भी दरवाजा खटखटाएंगे। ग्राम सुधार सभा के प्रधान जनक सिंह गुलेरिया, योल विकास समिति के सदस्य सुरेश तुली व व्यापार मंडल के प्रधान इंद्रजीत सेठी ने कहा कि जनता की भावनाएं पंचायती राज के साथ हैं।  पिछले लगभग 20 वर्षों से लोग छावनी बोर्ड से छुटकारा व पंचायती राज की स्थापना के  लिए संघर्षरत थे  , इसलिए वह नगर निगम का विरोध करते हैं। बहरहाल हिमाचल सरकार द्वारा योल को नगर निगम में शामिल करने की घोषणा से अधिकतर लोगों में रोष है व इससे अपने आपको को ठगा सा महसूस कर रहे हैं । छावनी बोर्ड के पूर्व उपाध्यक्ष पवन कुमार व ओम प्रकाश ने कहा कि इससे तो कैंट बोर्ड ही ठीक था। लोग 15 मार्च तक इंतजार में हैं कि उनका भविष्य क्या होगा।


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