रेहड़ी-फड़ी वालों को कब मिलेगा ठिकाना

By: Jan 24th, 2017 12:05 am

सोलन  —  कई दशक बीत जाने के बाद भी शहर के रेहड़ी-फड़ी वालों को नियमित ठिकाना नहीं मिल पाया है। शहर के विभिन्न हिस्सों में करीब 200 से अधिक रेहडि़यां लगी हैं। इनमें से आधे से अधिक रेहडि़यां अवैध हैं। कई बार रेहड़ी मार्केट बनाने की बात भी नेताओं के भाषण  में आई, लेकिन वास्तव में अभी तक कुछ नहीं हो पाया है। शहर में जगह-जगह लगने वाले इन रेहडि़यों की वजह से यहां की सुंदरता को भी ग्रहण लग रहा है। शहर में आम आदमी रेहडि़यों से खरीददारी करता है। दिन ढलते ही सब्जी लेनी हो या फिर फल खरीदने हों, यह सब रेहड़ी में सस्ते रेट पर मिल जाता है। रोजी-रोटी कमाने के लिए रेहड़ी वाले भी सुबह दस बजे ही ड्यूटी पर खड़े हो जाते हैं। शहर के मालरोड, बाइपास, सपरून, चौक बाजार, गंज बाजार, पुराना बस स्टैंड सहित विभिन्न हिस्सों में रेहडि़यां लगी रहती हैं। इसके अलावा शहर के साथ लगते क्षेत्र चंबाघाट, रबौण, शामती क्षेत्र में भी  रेहडि़यों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। नगर परिषद द्वारा सोलन में करीब 100 लोगों को रेहडि़यों के लाइसेंस जारी किए गए हैं। 100 से अधिक अवैध रेहडि़यां शहर के विभिन्न हिस्सों में लगी हैं। कुल मिलाकर सोलन में रेहडि़यां करीब 200 परिवारों का पेट पाल रही हैं। शहर में रेहड़ी वालों को एक छत के लिए नीचे लाने का प्रयास एक दशक पहले नगर परिषद ने किया था। परिषद कार्यालय के पीछे पालिका बाजार बनाया गया। पालिका बाजार का भवन बन कर तैयार भी हो गया, लेकिन टीसीपी नियमों की अनदेखी  के कारण इस भवन को एनओसी नहीं मिल पाई। इसके बाद यह मार्केट लगातार विवादों में रही। इस कारण शहर में रेहड़ी-फड़ी वालों को एक छत के नीचे लाने का प्रयास नहीं हो पाया। शहर में वैध और अवैध रूप से  लगी रेहडि़यों की संख्या लगातार बढ़ रही है। इस सबकी वजह से सोलन में यातायात भी प्रभावित हो रहा है। नगर परिषद अध्यक्ष पवन गुप्ता का कहना है कि सपरून में रेहड़ी मार्केट बनाए जाने की योजना तैयार की जा रही है। लाइसेंसधारक रेहड़ी मालिकों को यहां जगह मिलेगी।

रेहडियां भी सबलेट

विडंबना इस बात की है कि शहर में कई लाइसेंस ऐसे लोगों को जारी किए गए हैं, जिन्हें इसकी जरूरत ही नहीं है। यही वजह है कि कई रेहडि़यां सबलेट की गई हैं। जरूरतमंद लोगों को इसका लाभ नहीं मिल पा रहा है।


Keep watching our YouTube Channel ‘Divya Himachal TV’. Also,  Download our Android App