विधायक का फोन टैप करना अपराध

By: Jan 6th, 2017 12:15 am

बिलासपुर अस्पताल के डाक्टर पर बंबर ठाकुर ने बोला हल्ला

newsबिलासपुर – बिलासपुर अस्पताल के चिकित्सक द्वारा विधायक पर डराने-धमकाने का आरोप लगाने के बाद बंबर ठाकुर ने चिकित्सक की कार्यप्रणाली पर ही सवालिया निशान लगा दिए हैं। उन्होंने कहा कि चिकित्सक ने एक विधायक का फोन टैप कर संगीन अपराध किया है। इसकी शिकायत मुख्यमंत्री व मुख्य सचिव से की जाएगी। उन्होंने चिकित्सक द्वारा मरीज की टांग कटने के बाद अपंगता के लिए दी गई प्रतिशतता पर भी सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि जब एक व्यक्ति की टांग कट चुकी है, तो उसकी अपंगता के लिए 35, 60 या 80 फीसदी को कैसे आधार बनाया जा सकता है। इस विषय को लेकर जब उन्होंने चिकित्सक से बात की तो वह स्वयं ही यहां से जाने की बातें करने लग पड़ा। बंबर ठाकुर ने कहा कि बीते वर्ष अक्तूबर माह में कंदरौर निवासी श्याम लाल की पेड़ से गिरने के कारण टांग की हड्डियां टूट गई थीं। इसके बाद उसे बिलासपुर अस्पताल में भर्ती करवाया गया। महीना भर उसे यहां रखकर भी चिकित्सक उसका सही उपचार नहीं कर पाए और अंत में उसे शिमला रैफर कर दिया गया, जहां चिकित्सकों ने मामले की गंभीरता को देखते हुए घुटने के नीचे से उसकी टांग काट दी। उन्होंने कहा कि मेडिकल आफिसर एसोसिएशन को इस विषय को लेकर चिकित्सक को समझाना चाहिए लेकिन वे उल्टा उसे संरक्षण दे रहे हैं। उन्होंने कहा कि इससे पहले भी भारतीय महिला हैंडबाल टीम की खिलाड़ी की अंगुली के आपरेशन के समय डाक्टर ने चपरासी से प्लास्टर करवाया था। इसके बाद यहां तैनात ऑर्थो के दूसरे चिकित्सक ने उसका सफल आपरेशन किया था। इस पर डा. जसवीर का उसके साथ झगड़ा भी हुआ था। इस मौके पर तृप्ता ठाकुर, जयपाल, रमेश कौंडल, नईम शेख, नवीन वर्मा व रवि शर्मा सहित अन्य भी मौजूद रहे।

बच सकती थी टांग

प्रकरण की पहली कड़ी श्याम लाल ने कहा कि अगर उन्हें समय पर शिमला रैफर कर दिया जाता तो उनकी टांग कटने से बच सकती थी। चिकित्सक की लापरवाही के कारण उन्हें जीवन भर अपंग रहना पड़ेगा। अब चिंता है कि दो बेटियांे, एक बेटे और पत्नी का भरण पोषण कैसे होगा। उन्होंने चिकित्सक पर पत्नी के साथ बदतमीजी करने का भी आरोप लगाया है।

महंगी दवाइयां लिखते हैं चिकित्सक

सदर विधायक ने आरोप लगाते हुए कहा कि अस्पताल में दवाइयों के लिए डेढ़ करोड़ की राशि जारी हुई है, लेकिन उक्त डाक्टर मरीजों को सरकारी स्टॉक में मौजूद दवाइयां लिखने के बजाय अपने दो पंसदीदा कैमिस्टों के पास मौजूद महंगी दवाइयां ही लिखते हैं। इस बात की भी जांच होनी चाहिए कि चिकित्सक की ओपीडी कितनी है। इस सारे मामले की विजिलेंस जांच होनी चाहिए।

डा. तंवर ने तरेरी भवें

शिमला — भारत की कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) ने बिलासपुर में विधायक द्वारा डाक्टर के साथ किए गए दुर्व्यवहार और धमकाए जाने की आलोचना की है। माकपा राज्य सचिव मंडल सदस्य डा. कुलदीप सिंह तंवर ने कहा कि सरकारी अधिकारियों के साथ हो रहा दुर्व्यवहार हिमाचल जैसे राज्य के लिए चिंता का विषय है।

आरडीए भी डाक्टर के साथ खड़ी

शिमला — बिलासपुर में विधायक द्वारा एक हड्डी रोग विशेषज्ञ को फोन पर तबादले की धमकी देने का ऑडियो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है। इस पूरे घटनाक्रम की आईजीएमसी रेजिडेंट एसोसिएशन ने कड़ी निंदा की है। आरडीए के अध्यक्ष डा. अजय ने कहा कि इस तरह से डाक्टरों को डराने व धमकाने के प्रयास को बिलकुल भी सहन नहीं किया जाएगा। उन्होंने कहा कि इस मामले पर वह प्रदेश डाक्टर एसोसिएशन के साथ खड़े हैं और उनके फैसले का समर्थन करते हैं।

विधायक को बर्खास्त किया जाए

भाजपा नेता रूपलाल बोले, सत्ता के नशे में धमका रहे एमएलए

बिलासपुर – बिलासपुर क्षेत्रीय अस्पताल में कार्यरत अस्थि रोग विशेषज्ञ डा. जसवीर सिंह को डराने व तबादले की धमकी देने के मामले को लेकर भाजपा ने सदर विधायक पर तीखा हमला बोला है। भाजपा का कहना है कि हालात ये बन गए हैं कि अस्पताल में कार्यरत कोई भी डाक्टर अब यहां रहने का इच्छुक नहीं है। यहां तक कि विभागों के अधिकारी व कर्मचारी भी विधायक के दबाव में आकर काम करने के बजाय यहां से तबादला करवाने के लिए प्रयासरत हैं। यह बात भाजपा किसान मोर्चा की प्रदेश कार्यकारिणी के पदाधिकारी एवं वरिष्ठ नेता रूपलाल ठाकुर ने कही। उन्होंने राज्यपाल, मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह और विधानसभा अध्यक्ष बृज बिहारी बुटेल से विधायक को तत्काल प्रभाव से बर्खास्त करने की मांग की है। ऐसा न होने पर भाजपा बड़े आंदोलन छेड़ेगी। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार के कार्यकाल मंे क्षेत्रीय अस्पताल में 28 से 32 डाक्टर होते थे, वहीं आज एक दर्जन के करीब ही रह गए हैं। कइयों ने नौकरी छोड़ दी तो कइयों ने यहां से तबादले करवा लिए हैं। उन्होंने कहा कि हालांकि इस मामले को लेकर अस्थि रोग विशेषज्ञ डा. जसवीर सिंह ने विधायक को मेडिकल बोर्ड के नियमों के बारे मंे अवगत करवाया था, लेकिन विधायक नहीं माने और किसी अपंग व्यक्ति का सर्टिफिकेट न बनाने पर लाहुल-स्पीति केलांग के लिए तबादला करने की धमकी दे डाली। रूपलाल ठाकुर ने कहा कि यह कोई नया मामला नहीं है। इससे पहले चाहे भगेड़ में महिला पुलिस अधिकारी से दुर्व्यवहार का मामला हो या फिर बागी बिनौला कांड के साथ-साथ आरटीओ, कैप्टन रामलाल, पूर्व सीएमओ व डीएफओ के साथ दुर्व्यवहार का। सत्ता के नशे मंे विधायक अधिकारियों व कर्मचारियों को धमका रहे हैं। उन्होंने कहा कि विधायक सुर्खियों में बने रहने के लिए आए दिन कोई न कोई अड़ंगा तैयार कर देते हैं।


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