ओपीडी खाली, कतारों में मरीज

By: Feb 5th, 2017 12:10 am

NEWSNEWSशिमला — मांगों को लेकर आंदोलन कर रहे सभी सरकारी चिकित्सा संस्थानों के अधिकतर डाक्टर शनिवार को भी दो घंटे देरी से ओपीडी पहुंचे। इसके कारण मरीजों को लंबा इंताजार करना पड़ा और ओपीडी के बाहर मरीजों की लंबी कतारें लगी रहीं, वहीं सरकार की ओर से एचएमओए को पत्र जारी कर सात फरवरी को वार्ता के लिए बुलाया गया है, लेकिन एसोसिएशन का कहना है कि जब तक मांगें नहीं मानी जाती, तब तक आंदोलन जारी रहेगा, वहीं सरकार और डाक्टरों की यह खींचतान मरीजों पर भारी पड़ रही है। शनिवार को भी राजधानी के तीनों ही अस्पतालों में मरीज लंबी कतारों में लगे रहे। जब डाक्टर पहुंचे तो चैकअप कराने के लिए मरीजों में मारामारी मच गई और कुछ मरीज बिना इलाज के ही घरों को लौट गए। नेरवा से इलाज कराने आईजीएमसी पहुंचे नेक राम ने बताया कि उन्हें काफी समय से घुटनों में दर्द था। चौपाल में डाक्टरों ने सलाह दी थी कि आईजीएमसी में शिमला मे ंचैकअप कराओ। इस लिए वह शनिवार सुबह नौ बजे आईजीमएसी पहुंचे। यहां कैबिन में डाक्टर तो नहीं थे, लेकिन ओपीडी के बाहर मरीजों की लंबी कतारें थीं। जब 11 बजे के बाद डाक्टर  ओपीडी में बैठे तो मरीजों में गहमागहमी मच गई। इसी तरह तीनों अस्पतालों की ओपीडी कैबिन में शनिवार को सुबह नौ बजे से दोपहर 11 बजे तक सन्नाटा छाया रहा और बाहर मरीज लंबी कतारों में खड़े होकर डाक्टरों का इंतजार करते रहे।  डाक्टर एमर्जेंसी में रोस्टर के मुताबिक सेवाएं देते रहे। आरडीए अध्यक्ष डाक्टर अजय जरयाल ने कहा कि जब तक मांगें नहीं मानी जाती तब तक रेजिडेंट भी हिमाचल प्रदेश मेडिकल आफिसर एसोसिएशन के साथ है।


Keep watching our YouTube Channel ‘Divya Himachal TV’. Also,  Download our Android App