कर संग्रह में वृद्धि

By: Feb 1st, 2017 12:01 am

( रूप सिंह नेगी, सोलन )

वित्त मंत्री ने कर संग्रह से संबंधित कुछ आंकड़े पेश किए हैं, जिनके जरिए संभवतः यही जताने की कोशिश की गई है कि नोटबंदी से अर्थव्यवस्था पर अनुकूल प्रभाव पड़ा है। उन्होंने यह नहीं बताया कि इस बढ़ोतरी के पीछे और क्या कारण हैं? इस बढ़ोतरी के पीछे यह माना जा सकता है कि काफी संख्या में करदाताओं ने विमुद्रीकृत नोटों को खपाने के मकसद से अग्रिम रूप से कर जमा किया होगा, जिसके कारण कर संग्रह में बढ़ोतरी हुई है। लेकिन इसका एक ही मतलब नहीं निकाला जा सकता कि नोटबंदी से अर्थव्यवस्था पर अनुकूल प्रभाव ही पड़ा है। जबकि बड़े-बड़े विद्वान विशेषज्ञों व अर्थशास्त्रियों का मानना है कि नोटबंदी से विकास दर प्रभावित हो सकती है। खैर, सरकार यदि आंकड़ों के साथ अपना पक्ष रख रही है, तो फिलहाल के लिए उसे मान भी लेते हैं। इसके बाद यह देखना दिलचस्प रहेगा कि अगर वास्तव में कर संग्रह में वृद्धि से सरकार का राजस्व बढ़ा है, तो आने वाले समय में आम आदमी को कितनी राहत बजट या अन्य कल्याणकारी योजनाओं के जरिए मिल पाती है।

 


Keep watching our YouTube Channel ‘Divya Himachal TV’. Also,  Download our Android App