गायनी विशेषज्ञ होता तो बच जाती जान

By: Feb 4th, 2017 12:01 am

उदयपुर अस्पताल में होम डिलीवरी के बाद महिला ने तोड़ा दम

केलांग— अगर जनजातीय जिला लाहुल-स्पीति में प्रदेश सरकार ने इन कठिन परिस्थितियों वाले मौसम के लिए गायनी विशेषज्ञ का इंतजाम किया होता तो शायद शकोली की महिला की जान बच जाती। होम डिलीवरी के बाद महिला को परिजनों ने अधिक दर्द होने के बाद उदयपुर अस्पताल पहुंचाया, लेकिन महिला ने दम तोड़ दिया। यह घटना गत गुरुवार की है। जानकारी के अनुसार जनजातीय जिला लाहुल-स्पीति की एक  महिला की होम डिलीवरी हुई। इसके बाद महिला को तेज दर्द हुआ और परिजनों द्वारा उसे उपचार के लिए  पांच-छह किलोमीटर बर्फ के बीच कठिन परिस्थितियों में पैदल चल कर उदयपुर अस्पताल पहुंचाया गया, लेकिन अस्पताल में उपचार के दौरान महिला के प्राण चले गए। हालांकि यहां पर डाक्टर तो था और डाक्टर ने महिला को बचाने की कोशिश भी की,  लेकिन महिला ने दम दोड़ दिया। लिहाजा, गायनी डाक्टर की भारी कमी खली। सूचना मिलते ही अधिकारी मौके पर पहुंचे।  वहीं महिला की मौत से क्षेत्र में सनसनी फैली हुई है। लाहुल के अस्पतालों में स्टाफ नहीं भरने पर लोगों ने प्रदेश सरकार पर सवाल खड़े कर दिए हैं। क्षेत्र में दाई नहीं होने से भी महिला को काफी दिक्कतें आईं। उपायुक्त लाहुल-स्पीति विवेक भाटिया ने कहा कि शकोली की एक महिला की होम डिलीवरी हुई थी। इसके बाद महिला को तेज दर्द की हालत में परिजनों ने उदयपुर अस्पताल पहुंचाया, जहां उसकी मौत हो गई है। उन्होंने कहा कि यह बड़ी दुखद घटना घटी है।


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