राजधानी के कालेजों में कामरेडों का धरना

By: Feb 23rd, 2017 12:07 am

newsशिमला  —  शिमला जिला के सभी महाविद्यालयों में बुधवार को एसएफआई इकाई ने छात्र विरोधी नीतियों का कड़ा विरोध जताया। एसएफआई ने अपना यह विरोध धरना- प्रदर्शन के माध्यम से प्रत्येक कालेज में दर्शाया। अपने आंदोलन की रणनीति के तहत एसएफआई की सभी कालेज इकाइयों ने यह धरना-प्रदर्शन कालेज में किया। एसएफआई की संजौली, आरकेएमवी, सांवड़ा, नेरवा महाविद्यालयों में ये प्रदर्शन किए गए। प्रदर्शन के माध्यम से रूसा के तहत मूल्यांकन प्रक्रिया की खामियों के विरोध में व रूसा में पुर्नीरीक्षण प्रक्रिया के प्रावधान की मांग एसएफआई ने उठाई। एसएफआई जिला अध्यक्ष दिनित दैंटा ने आरोप लगाया कि हिमाचल प्रदेश में उच्च शिक्षा में रूसा को लागू किया गया है, जिसका छात्र समुदाय शुरू से ही विरोध कर रहा है। रूसा के तहत छात्रों के मूल्यांकन की प्रक्रिया में बहुत सारी खामियां हैं, जिसमें पुनर्मूल्यांकन का  कोई प्रावधान नहीं है। इससे पहले विश्वविद्यालय ने जून 2016 में प्रथम सत्र का परीक्षा परिणाम घोषित किया, जिसमें 90 प्रतिशत से ज्यादा छात्रों को फेल किया गया था उसके बाद छात्रों ने जब इसका विरोध किया,तो विवि प्रशासन ने परिणाम को संशोधित किया और परीक्षा परिणाम को सुधारा गया। इसके बाद इस वर्ष विवि ने द्वितीय सत्र का परिणाम घोषित किया  इसमें भी अधिकतर छात्रों को फेल करार दिया गया और छात्रों के पास पुनर्मूल्यांकन की सुविधा न होने के कारण  मजबूरन यह परिणाम स्वीकार करना पड़ रहा है। जिला कमेटी ने आरोप लगाया कि यह छात्रों की प्रताड़ना है सरकार और विवि प्रशासन इसे अनदेखा कर रहे हैं। इसके खिलाफ आने वाले 28 मार्च को एसएफआई जिला कमेटी छात्र मांगों को लेकर विधानसभा चलें नारे के साथ विधानसभा का घेराव करेगी।


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