रात को नहीं मिलती एक्स-रे अल्ट्रासाउंड की सुविधा

By: Feb 11th, 2017 12:05 am

करसोग  – सौ बिस्तरों वाले नागरिक चिकित्सालय करसोग का उद्घाटन भले ही लगभग चार वर्ष पहले हो चुका है, बावजूद इसके आज भी सुविधाओं के पन्ने पर रोगियों के लिए सुविधाओं की कहानी अधूरी ही पड़ी हुई है। आपातकालीन परिस्थितियों में रात के समय कोई अकस्मात दुर्घटना या फिर घटना हो जाती है तो करसोग की जनता इस बात को दिल व दिमाग में बिठा कर रखे कि सौ बिस्तरों वाले अस्पताल में रात को न तो एक्स-रे की सुविधा है और न ही अल्ट्रासाउंड की कोई सुविधा उपलब्ध है। लगभग सवा लाख आबादी वाले करसोग क्षेत्र में कोई वाहन दुर्घटना होने पर रात को एक्स-रे की सुविधा मौजूद न होने पर अनेक बार  रोगियों व तीमारदारों को शिमला के लिए रुख करना पड़ा है, जिसको लेकर ग्रामीण स्वास्थ्य विभाग के प्रति रोष भी प्रकट करते हैं। इस बारे मानव अधिकार सुरक्षा संगठन जिला अध्यक्ष व समाजसेवी एडी शर्मा, जिला परिषद सदस्य श्याम सिंह चौहान ने कहा कि करसोग अस्पताल भले ही सौ बिस्तरों वाला अस्पताल बन चुका है, परंतु आलिशान भवन होने के बावजूद यहां सुविधाओं का गंभीर अभाव है, जिस पर स्वास्थ्य विभाग द्वारा गौर किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि करसोग अस्पताल में अपातकालीन परिस्थितियों के दौरान कोई दुर्घटना होने पर चिकित्सक तो रोगियों की सेवा के लिए हमेशा तत्पर व सहयोगी बनते हैं परंतु रात को एक्स-रे की कोई सुविधा न होने पर इसके लिए बीमारों, घायलों व उनके तीमारदारों को शिमला आईजीएमसी के लिए जाना पड़ता है। सौ बिस्तरों के अस्पताल के लिए ब्लडबैंक का कमरा तो बना है, परंतु अभी तक उसे शुरू नहीं किया जा सका। उन्होंने कहा कि सुविधाओं के लिए सरकार द्वारा खोले गए सौ बिस्तरों वाले अस्पताल में असुविधाओं के अंबार लगे हुए हैं। विशेषज्ञ चिकित्सकों के पद भरते हुए महिला रोग विशेषज्ञ, हड्डी रोग विशेषज्ञ, एनेस्थीसिया विशेषज्ञ, सर्जरी विशेषज्ञ आदि के पद भरे जाएं तो ही शिमला से लगभग सौ किलोमीटर दूर व मंडी से लगभग सवा सौ किलोमीटर दूर करसोग अस्पताल से इलाज करवाने वाले हजारों लोगों को राहत मिलेगी।

 


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