सरस मेले में बाजरे के लड्डू का स्वाद
मंडी — बाजारे की रोटी का स्वाद युवा पीढ़ी को मालूम ही नहीं है, जबकि हमारे बडे़ और बुजुर्ग भी अब बाजरे का स्वाद भूल चुके हैं, लेकिन आप बाजरे का स्वाद लेना चाहते हैं तो सेरी मंच पर लगे सरस मेले में आइए। यहां पर आपको बाजरे का स्वादिष्ट लड्डू खाने को मिलेगा। अंतरराष्ट्रीय शिवरात्रि महोत्सव के दौरान छोटी काशी मंडी में सरस मेले में देशभर की आए व्यापारियों द्वारा लाए गए नए-नए व्यंजनों ने सेरी मंच पर अपनी खुशबू बखेरना शुरू कर दी है। इस बार सरस मेले में लोगों को जींद के बाजरे का लड्डू, हरियाणा का टींट आचार, आंध्र प्रदेश की लोबान अगरबत्ती और राजस्थान के टैराकोटा गिलास मुख्य आकर्षण बने हुए हैं, वहीं लोग इस तरह की नई चीजों को देख खरीददारी में जुट गए हैं। ऐसे में पड्डल में लोग कम खरीददारी कर रहे हैं, वहीं इंदिरा मार्केट कांप्लेक्स पर सजे सरस मेले की प्रदर्शनी और ब्रिकी ने लोगों को आकर्षित किया है। सरस मेले में आंध्र प्रदेश राज्य से आए शुभाष कोल्ला की लोबान की अगरबत्तियों का हर कोई कायल है। वहीं हरियाणा के टींट का आचार, बाजरे का लड्डू और राजस्थान के टेराकोटा गिलास ने लोगों के मनमोह लिया है। आंध्र प्रदेश के सुभाष कोल्ला ने बताया कि वह यह काम 30 सालों से करते आ रहे हैं। यह कार्य उनकी मां ने 30 साल पहले 300 रुपए से शुरू किया था। वह अगरबत्तियों को अपने आप घर में ही बनाते हैं। उन्होंने बताया कि उनका कार्य अब पूरे भारत में फेमस है जिनकी सालाना र्र्टनओवर 40 लाख है। वहीं, राजस्थान से आई प्रोमिला ने बताया कि वह टेराकोटा गिलास बनाते हैं, जिन्हें बनाने के लिए लाल मिट्टी, काली मिट्टी और पीली मिट्टी को छानकर उसे पीसा जाता है। इस दौरान उस मिट्टी का जो मिश्रण निकलता है, उसे वह हाथ के साथ नमूना देकर गिलास और कटोरी बनाते हैं। इस दौरान इन व्यापारियों ने बताया कि उन्होंने मंडी सरस मेले में पहली बार स्टाल लगाया है। सरस मेले में हिमाचल के साथ-साथ विभिन्न राज्यों हरियाणा, ओडिसा, मध्य प्रदेश, आंध्र प्रदेश, पंजाब, उत्तर प्रदेश, राजस्थान, उत्तराखंड, जम्मू-कश्मीर, गुजरात, बिहार, झारखंड सहित अन्य राज्यों के ग्रामीणों स्वयं समूहों ने प्रदर्शनी और ब्रिकी के स्टाल लगाए हैं।
हरियाणा की ओयल फ्री मिर्च अचार
दस दिनों तक आयोजित होने वाले सरस मेले में हरियाणा की ओयल फ्री मिर्च सभी को भाई है। यह मिर्च का आचार बिना आयल से बना हुआ है। इस आचार में सिर्फ नींबू का अचार, राई और मसाले यूज किए जाते हैं। उन्होंने बताया कि इस मिर्च के अचार को शुगर का मरीज और हृदय रोगी भी खा सकता है, क्योंकि यह अचार ओयल फ्री है। उन्होंने बताया कि यह ओयल फ्री मिर्च के आचार को देश के विभिन्न मेलों में सेल कर चुके हैं।
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