छठे सेमेस्टर के पेपर और पहले का रिजल्ट नहीं

By: Mar 31st, 2017 12:04 am

नेता प्रतिपक्ष धूमल ने उठाए सवाल, शिक्षाविदों के सुपुर्द हो निजी शिक्षण नियामक आयोग

NEWSशिमला— नेता प्रतिपक्ष प्रेम कुमार धूमल ने सदन में विशेष उल्लेख करते हुए कहा कि एबीवीपी ने गुरुवार को शिमला में बड़ा प्रदर्शन किया है, जिसमें 30 हजार छात्र शामिल थे। इस आक्रोश रैली में 30 मांगें रखी गई थीं, जिसमें मुख्यतः रूसा का विरोध व तीन विश्वविद्यालयों को ज्यादा संसाधन जुटाने की मांग की गई है। यह भी कहा गया है कि शिक्षा नियामक आयोग में चेयरमैन व सदस्यों के पद पर शिक्षाविद बिठाए जाएं। नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि वह इन मांगों का समर्थन करते हैं। उन्होंने विश्वविद्यालय में कार्यकारी समिति की शक्तियां समाप्त करने का भी विरोध किया। तकनीकी विश्वविद्यालय को ज्यादा संसाधन देने की भी मांग की गई है। उन्होंने कहा कि रूसा प्रणाली के तहत छात्रों को साथ-साथ टीचर्ज को भी दिक्कतें आ रही हैं, क्योंकि स्टाफ है ही नहीं। उन्होंने कहा कि यह कैसी सफल प्रणाली है, जिसमें छठे सेमेस्टर के पेपर हो रहे हैं और पहले सेमेस्टर का रिजल्ट नहीं आता। उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार ने इसे बिना स्टाफ के लागू किया है। शिक्षा का व्यापारीकरण और अराजकता का माहौल है। टायर्ड व रिटायर्ड लोगों को नौकरी पर रखा जा रहा है। पढ़े-लिखे बेरोजगारों के लिए नौकरी के रास्ते बंद कर दिए गए हैं।

निजी शिक्षण संस्थानों में मनमर्जी की फीस

श्री धूमल ने कहा कि प्रदेश के निजी शिक्षण संस्थानों में मनमर्जी की फीस वसूली जा रही है, जिस पर सरकार का कोई नियंत्रण नहीं है। लिहाजा निजी शिक्षण नियामक आयोग में शिक्षाविदों को तैनाती दी जानी चाहिए।


Keep watching our YouTube Channel ‘Divya Himachal TV’. Also,  Download our Android App