नहीं बढ़ेगी फीस, पीएचडी भी हुई आसान

By: Mar 24th, 2017 12:01 am

प्रदेश विश्वविद्यालय के बजट प्रस्ताव पर अंतिम मुहर; कार्यकारिणी परिषद की बैठक में फैसला, छात्रों के सहारे नहीं जुटाएंगे संसाधन

शिमला  —  हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय ने 25 करोड़ के घाटे को दूर करने के लिए फीस बढ़ोतरी न करने का फैसला लिया है। हालांकि करोड़ों के इस घाटे को विश्वविद्यालय फंडिंग एजेंसियों के सहारे भरपाई करने का प्रयास करेगा। गुरुवार को विश्वविद्यालय कार्यकारिणी परिषद की बैठक वित्त वर्ष 2017-18 बजट को पारित कर दिया गया। विवि कुलपति प्रो. एडीएन बाजपेयी की अध्यक्षता में आयोजित कार्यकारिणी परिषद की बैठक में 25.34 करोड़ घाटे के बजट प्रस्ताव पर अंतिम मुहर लगाई गई। विश्वविद्यालय के इस वित्त वर्ष के बजट में 100 करोड़ की ग्रांट विवि को सरकार से प्राप्त हुई है। इसमें 66.16 करोड़ की राशि विवि ने अपने संसाधनों से प्राप्त आय से जोड़ कर 25.34 करोड़ के घाटे को भी शामिल किया है। बजट का सबसे अधिक हिस्सा विवि के शिक्षक व गैर शिक्षक कर्मचारियों के वेतन और भत्तों पर खर्च हो रहा है। इस बार बजट में जो खर्च विवि कर्मचारियों के वेतन भत्तों पर विवि ने दर्शाया है, जो 100 करोड़ पांच लाख के करीब है। इसके अलावा अन्य देन-दारियों का खर्च 86 करोड़ से अधिक रहेगा। बैठक में कुलपति ने विवि में ईआरपी सिस्टम को लागू करने के लिए 8.19 करोड़ की ग्रांट में से पहले फेज के कार्य के लिए 3.10 करोड़ जारी करने और आगामी समय में 5.9 करोड़ की ग्रांट सरकार की ओर इस योजना के तहत विवि को जारी करने पर सरकार का आभार जताया। विश्वविद्यालय ईआरपी सिस्टम के तहत सेमेस्टर परीक्षा प्रणाली के तहत समय पर परीक्षा परिणाम घोषित करने के साथ ही छात्रों को ऑनलाइन प्रवेश, फीस जमा करवाने की सुविधा देगा। इसी प्रणाली के तहत विवि प्रशासनिक शाखाओं के साथ विवि होस्टल, होस्टल मैस के साथ ही प्लेसमेंट सिस्टम को भी पूरी तरह से हाईटेक करेगा। विवि के बजट में नए विभागों में शोध कार्य को बढ़ावा देने के लिए 25-25 हजार दिए जाएंगे। जो विभाग सैप प्रोग्राम के तहत आ रहे हैं, उन्हें अढ़ाई लाख की राशि, विवि में सेंटर फॉर इंडीजिनियस नालेज स्थापित करने के लिए 75 लाख की राशि का प्रावधान किया गया है। इसके अलावा गैर शिक्षक कर्मचारियों के भवन, कैंटीन, क्रेच, मॉडल स्कूल व आवासों के लिए तीन करोड़ से अधिक बजट रखा गया है, जिसे विवि यूजीसी से प्राप्त होने वाली 12वीं योजना की ग्रांट राशि और विवि बजट की राशि से खर्च करेगा।

 

यह है योजनागत बजट

राशि लाखों में

* आय पिछले वर्ष-1321.10 * व्यय पिछले वर्ष-1321* इस वर्ष आय-1065.20 * व्यय-1065.20

विशेष फंड

* प्राप्तियां-2330.34 *  व्यय-2330.34

पिछले वर्ष

* प्राप्तियां-1803.09 * व्यय-1803.09

184 पद मंजूर

विश्वविद्यालय कार्यकारिणी परिषद में इस वित्त वर्ष 94 गैर शिक्षकों और 90 शिक्षकों के पद भरने को भी मंजूरी दी गई है।


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