निजी संस्थानों जैसी फैकल्टी चाहते हैं छात्र

By: Mar 4th, 2017 12:05 am

प्रदेश में शिक्षण संस्थानों की कमी कहीं दिखाई नहीं देती। ये संस्थान निजी क्षेत्र में हों अथवा सरकारी संरक्षण में, इस छोटे से प्रदेश में इनकी एक तरह से भरमार ही है। बेशक शिक्षण संस्थानों का खुलना साक्षरता की दृष्टि से महत्त्वपूर्ण है, लेकिन बात गुणवत्ता की करें तो प्रश्नचिन्ह अवश्य लगते हैं। बात महाविद्यालयों अथवा पेशेवर संस्थानों की करें तो हिमाचल में ये बहुतेरे हैं, पर क्या शिक्षा की गुणवत्ता की कसौटी पर खरा उतरते हैं। क्या इन संस्थानों ने हिमाचली छात्रों का पलायन रोका है। अथवा डिग्री धारक बेरोजगार ही पैदा किए जा रहे हैं। कालेज जाते छात्रों की पसंद-नापसंद पर ही आधारित इस शृंखला ‘शिक्षा के केंद्र’ में इन्हीं प्रश्नों पर शिक्षा गुणवत्ता तथा शैक्षणिक विकल्पों की पड़ताल पर सोलन से विनीत कुमार की रपट…

बाहरी छात्रों से हमारे कुछ अहम सवाल

* आपकी नजर में शिक्षा के लिए यही शहर पहली पसंद क्यों? इसके पीछे क्या कारण रहे ?

* आपकी नजर में हिमाचल के शिक्षा के बेहतरीन केंद्र कौन-कौन हैं और क्यों ?

* सरकारी संस्थानों में शिक्षा का स्तर बेहतर कैसे हो? इसके लिए क्या-क्या करना चाहिए ?

* फेकलिटी को लेकर साल भर क्या-क्या दिक्कतें रहती हैं। इसको लेकर क्या करना चाहिए ?

सुरजीत शर्मा चंबा, हिमाचल प्रदेश

सोलन तेजी से प्रगति करता हुआ शहर है व सोलन का माहौल शिक्षा के लिए काफी अच्छा माहौल है, वहीं सोलन में काफी विश्वविद्यालय व कालेज है, जिसके चलते कोई भी छात्र अपनी पसंद की पढ़ाई सोलन से कर सकते है ।

हिमाचल में शिक्षा के केंंद्र सोलन व शिमला बेहतरीन क्षेत्र है, क्योंकि यहंा काफी शिक्षण संस्थान हैं, जिसके चलते छात्र इन संस्थानों से शिक्षा ग्रहण कर सकते है। सोलन व शिमला में इसलिए अन्य राज्यों से शिक्षा ग्रहण करने के लिए आते है।

सरकारी कालेजों के शिक्षा का स्तर ऊंचा करने के लिए सबसे पहले मूलभूत सुविधाओं का ठीक होना बेहद जरूरी है। इसी कारण से युवा सरकारी कालेजों की ओर कम रुख करते हैं। दूसरी ओर कालेजों में शिक्षकों की कमी दूर होनी चाहिए।

निजी संस्थानों में फैकल्टी को लेकर कोई भी दिक्कतें नही रहती है, लेकिन सरकारी स्कूल में काफी स्टाफ की कमी रहती है। निजी संस्थानों में सभी विषयों के अध्यापक रहते है।

दीपक शर्मा शिमला, हिमाचल प्रदेश

सोलन में पत्रकारिता की शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं। दीपक का मानना है कि सोलन में कई निजी विवि द्वारा जनसंचार में पढ़ाई करवाई जाती है। इसके अलावा सोलन यूथ हब है, इसलिए वह सोलन में शिक्षा ग्रहण करना पसंद करते हैं

प्रदेश में शिक्षा के बेहतरीन शिक्षा केंद्र सोलन व हमीरपुर है। इन क्षेत्रों में छात्रों के लिए पढ़ाई करने का अच्छा माहौल है, साथ ही सोलन की बात की जाए तो सोलन में छात्रों की पढ़ाई के लिए कई विश्वविद्यालय व अन्य कालेज है।

सरकारी  महाविद्यालयों छात्रों के हितोें की अनदेखी व लंबे समय तक अध्यापकों के पद खाली होने से छात्रों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। सरकार को इस समस्या को दूर करना चाहिए।

सरकारी स्कूलों में देखा जाए तो फैकल्टी की कमी रहती है, जिसके चलते अधिकतर छात्र निजी विद्यालयों की और रुख करते है, जबकि निजी संस्थानों में फेकलिटी को लेकर कोई दिक्कतेंनहीं रहती है।

दीक्षित कंवर, सिरमौर 

सिरमौर में शिक्षण संस्थानों की कमी है। सोलन में अधिक शिक्षा  संस्थान है, जिसके चलते अधिक छात्र शिक्षा ग्रहण करने आते है। सोलन शिमला, किन्नौर व सिरमौर जिला का सेंटर है, इसलिए इस स्थान शिक्षा हब के नाम से प्रचलित हो रहा है।

हिमाचल में शिक्षा के लिए सोलन व शिमला, हमीरपुर बेहतर विकल्प हैं। इन जिलों में शिक्षा का बेहतर माहौल है। इसलिए अन्य राज्यों से भी छात्र शिक्षा ग्रहण करने पहुंचते है।

प्रदेश भर में वर्तमान में सरकारी स्कूलों में शिक्षा का बेहतर स्तर बनाने के लिए सरकार को बेहतर कदम उठाए जाने चाहिए। सरकारी स्कूलों में अध्यापकों की कमी को लेकर गंभीर होना चाहिए।

निजी संस्थानों में किसी भी तरह की फेकलिटी की दिक्कतें नहीं रहती है। अच्छी शिक्षा देने के लिए निजी संस्थानोें द्वारा बेहतर फैकल्टी दी जाती है, जबकि सरकारी स्कूलों में फेकलिटी की कमी रहती है।

पंकज सिंगटा सिरमौर, हिमाचल

सोलन में शिक्षण संस्थानों के साथ संगीत, नृत्य व थियेटर करने के भी अच्छे स्कोप है,ं इसलिए सोलन में शिक्षा ग्रहण करने के लिए छात्र आते है, वहीं सोलन शिक्षा के क्षेत्र में अब एजुकेशनल हब बनता जा रहा है।

प्रदेश में सोलन, शिमला व धर्मशाला शिक्षा केंद्र हैं। इन स्थानों पर काफी शिक्षण संस्थान हैं व छात्रों के लिए शिक्षा ग्रहण करने के लिए अच्छा माहौल है।

सरकारी स्कूलोेें में शिक्षा के स्तर को बेहतर करने के लिए अभी स्कूलों में काफी कार्य करने की आवश्यकता है, सबसे पहले सरकारी स्कूलों में सभी प्रकार की सुविधाएं होना अति आवश्यक है।

देखा जाए तो निजी संस्थानों में फेकल्टी की ज्यादस दिक्कतें नहीं रहती है, जिसके चलते अधिकतर छात्रों द्वारा निजी संस्थानों से शिक्षा ग्रहण करते है।

अनुष  सिरमौर, हिमाचल प्रदेश

सोलन में विवि व संस्थानों में पहुंचने के लिए बेहतरीन यातायात व्यवस्था है। इसके अलावा शिक्षा ग्रहण करने के बाद नौकरी करने के भी सोलन में अच्छे साधन हैं।

शिक्षा के लिए वह सोलन व शिमला को केंद्र मानते हैं। इन जगहों पर छात्रों के लिए शिक्षा ग्रहण करने के कई विकल्प मौजूद है, इसलिए अन्य राज्यों से भी छात्र शिक्षा ग्रहण करने पहुंचते है।

सरकार भी कालेजों में शिक्षा के स्तर को ऊंचा उठाने के लिए अध्यापकों की कमी को दूर करना व स्कूलों में मूलभूत सुविधाएं प्रदान करके ही शिक्षा के स्तर को सुधारा जा सकती है।

सरकारी स्कूलों व महाविद्यालयों में फैकल्टी को लेकर काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है, लेकिन निजी संस्थानों में ऐसा कम ही देखने को मिलता है।


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