पशुओं का हो पंजीकरण

By: Mar 9th, 2017 12:01 am

( लक्ष्मी चंद, कसौली, सोलन )

प्रदेश सरकार ने आवारा पशु मुक्त पंचायत को 15 लाख का पुरस्कार देने की घोषणा की है, जो कि अच्छी पहल है। लेकिन इस बात की कौन देख-रेख करेगा कि रात को वाहनों में भर कर पशु किसने कहां से लाकर दूसरे स्थान पर छोड़ दिए हैं। पशुओं का भी मनुष्यों की तरह पंजीकरण होना चाहिए, ताकि लावारिस पशु छोड़ने वालों पर पकड़ तेज हो। पशुपालन विभाग ने कुछ समय पहले घर-घर जाकर पशुओं को टोकन लगाकर सूचियां तैयार की थीं तथा पकड़ भी प्रारंभ हो गई थी, परंतु इस पद्धति को आगे जारी नहीं रखा गया। यदि इसे सही ढंग से चलाया जाए, तो इस पर अंकुश लग सकता है।

 


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