फरवरी में बिजली उत्पादन बढ़ा
लक्ष्य से लगभग 11.556 मिलियन यूनिट ज्यादा प्रोडक्शन
सुंदरनगर, कुल्लू— प्रदेश के विद्युत प्रोजेक्टों में अब धीरे-धीरे विद्युत उत्पादन बढ़ने लगा है। मौसम का मिजाज बदलते ही जिस तरह से नदियों का जलस्तर बढ़ रहा है। वैसे-वैसे अब जल विद्युत परियोजनाओं में विद्युत का उत्पादन भी बढ़ना शुरू हो गया है। उधर, प्रदेश विद्युत कारपोरेशन शाढ़ाबाई वृत्त के अधीक्षण अभियंता इंजीनियर प्रवेश ठाकुर ने बताया कि जिस तरह से अब प्रदेश में मौसम तबदील हुआ है। वैसे-वैसे अब विद्युत उत्पादन भी बढ़ना शुरू हो गया है। गौर हो कि पनविद्युत परियोजनाओं की टरबाइनें फरवरी माह में हिमाचल प्रदेश में खूब घूमी है। प्रदेश में डेढ़ दर्जन से अधिक पनविद्युत प्रोजेक्टों में फरवरी माह में तय लक्ष्य से 11.556 मिलियन यूनिट अधिक विद्युत उत्पादन हुआ है। केंद्रीय विद्युत विनियामक आयोग ने परिषद के पनविद्युत प्रोजेक्टों में फरवरी में 53.870 मिलियन यूनिट विद्युत उत्पादन करने का लक्ष्य रखा था, जबकि परिषद के पनविद्युत प्रोजेक्टों में 65.426 मिलियन यूनिट विद्युत उत्पादन हुआ, जो निर्धारित लक्ष्य से लगभग 11.556 मिलियन यूनिट अधिक है। भावा में 15.167 मिलियन यूनिट, गानवी में 2.199 मिलियन यूनिट, नोगली में 0.366 मिलियन यूनिट, चाबा में 0.304 मिलियन यूनिट, गिरि में 6.704 मिलियन यूनिट उत्पादन दर्ज किया गया है, जबकि आंध्रा में 1.687 मिलियन यूनिट, बस्सी में 11.041 मिलियन यूनिट, बिनवा में 1.930 मिलियन यूनिट, गज में 2.270 मिलियन यूनिट, बनेर में 1.929 मिलियन यूनिट, खोली में 2.5309 मिलियन यूनिट, लारजी में 17.303 व गुम्मा में 0297 मिलियन यूनिट विद्युत उत्पादन रिकार्ड किया गया है। सुंदरनगर स्थित विद्युत परिषद के मुख्य अभियंता (उत्पादन) इंजीनियर पंकज कपूर का कहना है कि बर्फबारी और भारी बारिश से तय लक्ष्य से अधिक विद्युत उत्पादन हुआ है।
Keep watching our YouTube Channel ‘Divya Himachal TV’. Also, Download our Android App