भक्तों के लिए एंबुलेंस नहीं

By: Mar 24th, 2017 12:05 am

चिंतपूर्णी —  मुख्यमंत्री आए तो एंबुलेंस चला दी जाती है। मुख्यमंत्री के चले जाने के बाद एंबुलेंस को बंद कर दिया जाता है। जी हां, उत्तरी भारत के प्रसिद्ध शक्तिपीठ चिंतपूर्णी माता मंदिर में मंदिर न्यास द्वारा इस तरह का ड्रामा किया गया है। यदि प्रदेश मुख्यमंत्री के आने पर एंबुलेंस चल सकती है तो इस सुविधा से मां के दर्शनों के लिए पंजाब, यूपी, राजस्थान सहित अन्य प्रदेशों से आने वाले अपंग, बुजुर्ग, बीमार श्रद्धालुओं की सुविधा से क्यों वंचित रखा जा रहा है। श्रद्धालुओं को एंबुलेंस की सुविधा नहीं मिल पा रही है।  पिछले करीब छह माह से मंदिर न्यास की एंबुलेंस पुलिस बैरियर पर खड़ी की गई है। मंदिर न्यास द्वारा एंबुलेंस के लिए लाखों रुपए की राशि खर्च की गई थी, लेकिन श्रद्धालुओं को इस सुविधा का लाभ नहीं मिल पा रहा है। सबसे ज्यादा समस्या दिव्यांग श्रद्धालुओं को उठानी पड़ रही है। मंदिर न्यास के ढुलमूल रवैये के चलते इन श्रद्धालुओं को मजबूरी में पैसे खर्च करने पड़ रहे हैं। वर्तमान समय में अब न तो न्यास की एंबुलेंस नजर आती है, न ही सूचना दर्शाने वाले साइन बोर्ड। उधर, इस बारे में चिंतपूर्णी मंदिर अधिकारी सरोज कुमारी से इस बारे में पूछा गया तो उन्होंने कोई संतोषजनक जवाब नहीं दिया। उधर, इस बारे में एसडीएम अंब सुनील वर्मा ने कहा कि एंबुलेंस का ड्राइवर नहीं होने के कारण यह समस्या पेश आई है। होमगार्ड विभाग से ड्राइवर की मांग की गई है। जैसे ही कोई ड्राइवर आता है, एंबुलेंस सुविधा चालू कर दी जाएगी।


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