मनमानी भूलें स्वास्थ्य संस्थान

By: Mar 14th, 2017 12:01 am

मंडी में मेडिकल यूनिवर्सिटी के अधीन आएंगे हैल्थ से जुड़े सभी इंस्टीच्यूट

शिमला —  हिमाचल के स्वास्थ्य संस्थान अब मनमानी नहीं कर सकेंगे, क्योंकि ये सभी संस्थान प्रदेश में स्थापित होने वाली मेडिकल यूनिवर्सिटी के अधीन आएंगे। यही नहीं, नए मेडिकल कालेजों को भी मेडिकल यूनिवर्सिटी के अधीन लाया जाएगा। मेडिकल यूनिवर्सिटी को लेकर तय हो गया है कि इसे मंडी में खोला जाएगा। पहले आईजीएमसी को यूनिवर्सिटी में बदलने की चर्चा थी, लेकिन अब मंडी में ही यूनिवर्सिटी खोलने का निर्णय लिया गया है। तय योजना के मुताबिक मेडिकल यूनिवर्सिटी के तहत राज्य में चल रहे मेडिकल और सभी नर्सिंग कालेजों को इसके तहत लाया जाएगा। वर्तमान में एमबीबीएस की परीक्षा प्रदेश विश्वविद्यालय के तहत करवाई जाती रही है और काउंसिलिंग का काम भी विवि के पास है। इस काम को भी मेडिकल विश्वविद्यालय के तहत लाए जाने की तैयारी की  जा रही है। वर्तमान में निजी क्षेत्र में कई ऐसे कालेज हैं, जो एचपीयू से संबंद्धता लेने को तैयार नहीं होते और न ही प्रदेश विश्वविद्यालय में होने वाली काउंसिलिंग में भाग लेना जरूरी समझते हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि मेडिकल यूनिवर्सिटी खुलने से निजी क्षेत्र में खुलने वाले संस्थानों की मनमानी पर भी रोक लगेगी। इसके अलावा हिमाचल में स्वास्थ्य संस्थानों की संख्या लगातार बढ़ रही है। इनको नियंत्रित करने से लेकर इनके एक स्वरूप नियम तैयार करने के लिए मेडिकल यूनिवर्सिटी की जरूरत महसूस की गई।

रिसर्च को मिलेगा बढ़ावा

हिमाचल में मेडिकल विश्वविद्यालय के बनने के बाद मेडिकल की फील्ड में शोध की गुणवत्ता और इसकी संख्या में काफी सुधार होगा। वर्तमान में राज्य में आईजीएमसी और टांडा में रिसर्च होती है, लेकिन चिकित्सकों की व्यस्तता के चलते स्वास्थ्य सेवाएं प्राथमिकता रहती हैं, लेकिन अब विश्वविद्यालय बन जाने से रिसर्च पर ज्यादा ध्यान केंद्रित हो सकेगा।


Keep watching our YouTube Channel ‘Divya Himachal TV’. Also,  Download our Android App