व्रत के दौरान क्‍या खाएं क्‍या नहीं

By: Mar 25th, 2017 12:05 am

आस्था और विश्वास के प्रतीक नवरात्र का आगमन होने वाला है। नवरात्र में व्रत रखने की परंपरा बहुत पुरानी है। व्रत के दिनों में आपका खिला चेहरा मुरझा न जाए, आप तरोताजा रहकर दिनभर की भागदौड़ आसानी से कर सकें, इसके लिए आपको ध्यान रखना चाहिए। व्रत के दौरान खान-पान पर विशेष ध्यान न दिया जाए तो आप बीमार भी हो सकती हैं। आइए जानें व्रत में सेहत का ध्यान कैसे रखें।

क्या पिएं

इन दिनों में स्वस्थ पेय पदार्थों का भी बहुत महत्त्व होता है जैसे पानी। पानी जीरो कैलोरी वाला सबसे अच्छा पेय है। व्रत वाले दिन 6 से 8 कप पानी जरूर पीजिए। खाली पानी नहीं पी सकती हैं, तो नींबू पानी या लस्सी पिएं। दूध भी व्रत में पिया जाने वाला श्रेष्ठ पेय पदार्थ है। इसमें कैल्शियम होता है, जो आपमें सारा दिन ऊर्जा का स्तर बरकरार रखेगा। व्रत में फलों के जूस से बढ़कर कुछ नहीं। मौसमी फलों का जूस, संतरे का जूस, अंगूर का जूस, सेब का जूस आदि सब जूस अच्छे हैं। संभव हो तो घर में ही निकाले हुए जूस पिएं। नवरात्र के व्रत में चाय पीने से भी एनर्जी बनी रहती है, लेकिन हर बार दूध चीनी वाली चाय की बजाय ग्रीन टी का सेवन करें। नारियल पानी का सेवन भी आप व्रत के दौरान कर सकती हैं।

क्या खाएं

खाने में फल या सूखे मेवे खाएं। ऐसे फलों का सेवन करें, जिनमें पानी अधिक मात्रा में हो। तरबूज, संतरे जैसे फलों में भरपूर पानी पाया जाता है और यह व्रत के दौरान आपको डिहाइड्रेशन से बचाता है। सूखे मेवों में काजू, बादाम, किशमिश, पिस्ता, अखरोट और बादाम गिरि खाएं। इन्हें हल्के तेल में भूनकर भी खा सकती हैं। ऊपर सेंधा नमक छिड़क लें। तलने के लिए देशी तेल की बजाय मूंगफली या ऑलिव ऑयल इस्तेमाल करें। इसके अलावा आलू का चिप्स और पापड़ भी व्रत के दौरान खाया जा सकता है। साबूदाने, कुट्टू या सिंघाड़े के आटे का इस्तेमाल कर सकती हैं। दूध से बनी मिठाइयां घर पर ही तैयार करें और खाएं जैसे राबड़ी आदि।

व्रत रखने के फायदे

क्या आप जानती हैं कि व्रत रखने के बेहद फायदे हैं। सबसे पहले तो अध्यात्म से जुड़ा होने के कारण ये हमें आंतरिक ताकत देते हैं। व्रत से डाइजेशन प्रासेस अच्छा होता है। हार्ट की पंपिंग प्रासेस भी सुधरती है। पाचन तंत्र से जुड़े अंगों को आराम मिलता है। इससे जो ऊर्जा बचती है, उसका उपयोग शरीर की अंदरूनी मरम्मत में होता है। व्रत से रक्त और कोशिकाओं को शुद्ध करके कई शारीरिक बीमारियों से छुटकारा पाया जा सकता है। उपवास न केवल अवरोधों को हटाकर शरीर को स्वयं स्वस्थ होने में मदद करता है, बल्कि यह कायाकल्प करने के साथ उम्र भी बढ़ाता है। यह तनाव भी दूर भगाता है। व्रत में सावधानी न रखें तो इसके नुकसान भी हैं। कई बार फलाहार के चक्कर में आप जरूरत से ज्यादा खा लेती हैं। इसे पचाने के लिए आपकी काफी ऊर्जा का उपयोग हो जाता है। इस वजह से उपवास के समय अन्य कामों के लिए पर्याप्त ऊर्जा नहीं मिल पाती। उपवास आपके गुर्दों को प्रभावित कर सकता है तथा यह गुर्दे की पथरी का कारण भी बन सकता है। इस समस्या से बचने के लिए पर्याप्त पानी व तरल पदार्थ पिएं ताकि कैल्शियम तथा इस तरह के संबद्ध पोषक तत्त्व शरीर में जमा न हों। शुगर, हाई ब्लड प्रेशर या खून की कमी से पीडि़त लोगों को व्रत से बचना चाहिए। व्रत में हमेशा घर की बनी चीजों को ही खाएं। बाहर की बनी चीजों या व्रत वाली स्पेशल थाली से परहेज करें, तो ही अच्छा रहेगा आपके लिए।

नवरात्र व्रत में क्या खाएं, तैलीय भोजन के क्या नुकसान हैं और भी कई तरह के सवाल आपके जहन में उठेंगे? लेकिन क्या आप जानते हैं त्योहारों में यानी नवरात्र व्रत के दौरान आप जितना हल्का भोजन करेंगे, आपके लिए उतना ही फायदा होगा। न सिर्फ  आप स्वस्थ रहेंगे बल्कि आपको नवरात्र के उपवास के दौरान कोई खास परेशानी भी नहीं होगी…

व्रत में किन चीजों से करें परहेज

स्वस्थ रहने के लिए पौष्टिक आहार बहुत जरूरी है, लेकिन जब बात हो नवरात्र के व्रत में आहार की तब यह और भी जरूरी हो जाता है कि खान-पान का खास ख्याल रखा जाए। वैसे आमतौर पर तला-भुना खाया जाता है, लेकिन आपको नवरात्र व्रत के दौरान तले-भुने खाने से परहेज रखना चाहिए। अब आप सोच रहे होंगे कि तले-भुने खाने से परहेज करने से क्या फायदा। नवरात्र व्रत में क्या खाएं, तैलीय भोजन के क्या नुकसान हैं और भी कई तरह के सवाल आपके जहन में उठेंगे? लेकिन क्या आप जानते हैं त्योहारों में यानी नवरात्र व्रत के दौरान आप जितना हल्का भोजन करेंगे, आपके लिए उतना ही फायदा होगा।  न सिर्फ  आप स्वस्थ रहेंगे बल्कि आपको नवरात्र के उपवास के दौरान कोई खास परेशानी भी नहीं होगी। तो आइए जानें और क्या कारण हैं जिससे नवरात्र में न सिर्फ  आप स्वस्थ रहेंगे बल्कि आपको नवरात्र के उपवास के दौरान कोई खास परेशानी भी नहीं होगी।  हम खाने में एक साथ कई चीजें खाना पसंद करते हैं, लेकिन एक ही वक्त के खाने में कुछ चीजें एक साथ खाना कई बार फायदे की बजाय नुकसानदेह हो सकता है। व्रत में लोग सारा दिन कुछ नहीं खाते हैं, जिससे शरीर की पाचन शक्ति कमजोर हो जाती है। इसलिए जब भी आप व्रत करें तो कुछ फ्रूट या जूस जैसे तरल पदार्थों का सेवन करें। इससे शरीर तरोताजा रहता है और आपको थकावट भी महसूस नहीं होती है।  सारा दिन भूखा रहने के बाद अगर आप नमकीन और तले पदार्थों को खाएंगे तो आपको शरीर में भारीपन महसूस होगा और आप बीमार भी हो सकते हैं। ज्यादा मात्रा में तली हुई चीजें शरीर को फायदा कम और नुकसान ज्यादा देती हैं। व्रत के दौरान अधिक तला-भुना नहीं खाना चाहिए। इससे कैलोरी की मात्रा बढ़ेगी और आपके पेट में एसिडिटी की समस्या भी हो सकती है। ज्यादा फैट वाली चीजों का सेवन करने से आपकी रोग प्रतिरोधक क्षमता पर भी असर होगा। इसलिए ज्यादा तले पदार्थों का सेवन करने से परहेज करें। इसके स्थान पर प्रोटीन, आयरन, कार्बोहाइड्रेट, विटामिन और मिनरल्ज के साथ-साथ सभी जरूरी पोषक तत्त्वों का सेवन करें। कुट्टू के आटे और आलू का अधिक सेवन नहीं करना चाहिए। व्रत में गुड़ का सेवन भी कम ही करना चाहिए। नवरात्र में सुस्ती से बचने के लिए पनीर और फुलक्रीम दूध से बचें। ताजे फलों के जूस का सेवन करें। अगर आप कुछ मीठा खा रहे हैं तो इसके साथ खट्टी चीजों का सेवन न करें। व्रत में सादा और उबला हुआ खाना ज्यादा बेहतर रहता है इसलिए ज्यादा फ्राई चीजें न खाएं।


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