शिप्रा गोयल की ताल पर झूमी छोटी काशी

By: Mar 2nd, 2017 12:01 am

शिवरात्रि महोत्सव की पांचवीं सांस्कृतिक संध्या में धमाल

मंडी   —  अंतरराष्ट्रीय शिवरात्रि महोत्सव की पांचवीं सांस्कृतिक संध्या पार्श्व गायिका शिप्रा गोयल की तान पर मंडी खूब नाची। शिप्रा गोयल ने न सिर्फ मंच से, बल्कि दर्शकों के बीच भी जाकर गाने गाए। दस बजे तक युवा शिप्रा गोयल के गानों पर नाचते रहे। वहीं, पांचवीं संध्या में हिमाचली कलाकार भी पीछे नहीं रहे। कुलदीप शर्मा ने नाटियों से दर्शकों को खूब नचाया, तो वहीं लमण बैंड ने भजनों व पहाड़ी तरानों से दर्शकों को मदहोश कर दिया। एक बार फिर लमण बैंड के अंदाज सबको खूब पसंद आया। पांचवीं सांस्कृतिक संध्या में आबकारी मंत्री प्रकाश चौधरी ने बतौर मुख्य अतिथि शिरकत की। इस अवसर पर आयोजन समिति व उपायुक्त मंडी द्वारा उन्हें सम्मानित किया गया। इससे पहले पांचवीं संध्या में मोनाल पब्लिक स्कूल, दिव्या ज्योति स्कूल मंडी, जीवन कला मंच, कश्मीर मुरारी, खूब राम, गीता ठाकुर, नीलम म्यूजिकल ग्रुप, नागेंद्र पाल, पीएस कश्यप, मनु म्यूजिकल गु्रप, रोशन म्यूजिकल गु्रप, उमेश, शिवानी भारती, दीपिका बंसल, मोहन म्यूजिकल ग्रुप, योगेश मुकुल, संवाद कला मंच, जागृति कला मंच, देवकांत, ओल्ड ब्वायज म्यूजिकल ग्रुप मंडी,  डीसी आफिस सांस्कृतिक दल मंडी, बिमला चौहान, नरेश भारद्वाज, फ्यूजन डांस अकादमी नेरचौक, परी म्यूजिकल ग्रुप कांगड़ा, रीत म्यूजिकल ग्रुप शिमला, डा. मदन झालटा शिमला और अन्य कलकारों ने प्रस्तुतियां दीं।  इससे पहले मुख्य कलाकारों लमण बैंड ने काली घघरी, शिव कैलाशां दे वासी और कुछ शैलडि़यां गाकर  सबका दिल लूट लिया। उसके बाद कुलदीप शर्मा ने नाटियां डाली। संध्या की स्टार कलाकार शिप्रा गोयल ने मेरेया जुगनी जी, नी तू लवली च  पढ़दी, कजरा मोहब्बत बाला, मुंडा मरदा कुड़ी दे उत्ते, मेरा जट्टा, सात समुद्र और लैला ओ लैला सहित कई अन्य तराने गाकर दर्शकों का खूब मनोरंजन किया।

शिवरात्रि में लगा लाफ्टर का तड़का

शिवरात्रि महोत्सव की पांचवी संध्या में हंसी के गुब्बारे भी खूब फूटे। राजिव निगम ने आठ मिनट तक सबको खूब हंसाया।

बजंतरियों को मिलेंगे पौने नौ लाख

मंडी —  अंतरराष्ट्रीय शिवरात्रि महोत्सव में पहली देवी-देवताओं के बजंतरियों को मानदेय देने की मुख्यमंत्री की घोषणा को मंडी जिला प्रशासन व आयोजन समिति ने अमलीजामा पहना दिया है। इस बार शिवरात्रि महोत्सव में देवी-देवताओं के संग आए बजंतरियों को ही आयोजन समिति की तरफ से पौने नौ लाख से अधिक रुपए मिलने जा रहे हैं। इसमें पंजीकृत देवी-देवताओं के साथ आने वाले बजंतरियों को पहली मानदेय के रूप में 4,24,000 रुपए मिलेंगे, जबकि देवध्वनि में शामिल बजंतरियों को अलग से साढे़ चार लाख से अधिक की राशि मिलेगी। वहीं पहली बार मिलने जा रहा मानदेय देवी-देवताओं के क्रम व वरिष्ठता के आधार पर बजंतरियों को मिलेगा, जिसमें 68 पंजीकृत देवताओं के बजंतरियों को अढ़ाई- अढ़ाई हजार रुपए दिए जाएंगे। शेष 127 देवी-देवताओं के बजंतरियों को दो-दो हजार रुपए दिए जाएंगे। हालांकि शिवरात्रि महोत्सव में पंजीकृत देवी-देवताओं में से इस बार 187 देवी-देवता ही पहुंचे हैं। उपायुक्त संदीप कदम ने बताया कि पहली बार बजंतरियों को मानदेय दिया जा रहा है। अगले वर्ष से मानदेय में पर्याप्त वृद्धि होगी।

देवध्वनि के बजंतरी को 250 रुपए

देवध्वनि में भाग लेने वाले बजंतरियों को भी प्रशासन की तरफ से अलग से मानदेय दिया जा रहा है। देवध्वनि में शामिल 1831 बजंतरियों को 457750 रुपए दिए जाएंगे। हर बजंतरी को 250 रुपए हिस्से में आएंगे।

एक के हिस्से में 100 से 200 रुपए

शिवरात्रि में देवी-देवताओं में बजंतरियों की संख्या पांच से लेकर 30 तक की है। कई देवताओं के तो इससे भी अधिक बजंतरी हैं। ऐसे में एक बजंतरी को मानदेय के रूप में 100 से 200 रुपए दिए जाएंगे।

सांसद-प्रशासन के बीच ‘कबड्डी’

मैच के दौरान किसी मुद्दे पर बिगड़ी बात, बंद कमरे में सुलझा मामला

मंडी —  अंतरराष्ट्रीय शिवरात्रि महोत्सव में आयोजित राज्य स्तरीय कबड्डी प्रतियोगिता के अवसर पर पहुंचे सांसद रामस्वरूप शर्मा और मंडी के प्रशासन के बीच भी ‘कबड्डी’ हो गई। हालांकि कबड्डी का यह खेल बंद कमरे के अंदर 40 मिनट तक हुआ और बाद में जब सांसद रामस्वरूप शर्मा और जिला प्रशासन के अधिकारी कमरे से बाहर निकले तो सारा मामला शांत हो चुका था। बताया जा रहा है कि प्रोटोकोल को लेकर सांसद महादेय उग्र हो उठे, जिसके बाद प्रशासन के अधिकारी सांसद को कमरे में ले गए और 40 मिनट तक कमरा अंदर से बंद रहा। जब सब कमरे से बाहर आए तो सांसद व प्रशासन के अधिकारियों ने किसी विवाद से इनकार कर दिया। सांसद रामस्वरूप शर्मा ने इतना ही कहा कि कबड्डी का एक मैच बाहर हुआ है और एक मैच कमरे के अंदर भी हुआ, जो कि ड्रा हो गया। उन्होंने कहा कि शिवरात्रि हम सबका अपना मेला और अब दो दिन शेष बचे हैं। जो भी बात है, वह तीन दिन बाद करेंगे। उन्होंने कहा कि वह किसी से नाराज नहीं हैं और न ही कोई विवाद हुआ है। उधर, जिला उपायुक्त संदीप कदम ने कहा कि सांसद महोदय मैच में वशिष्ट अतिथि के रूप में आए थे। मैच के बाद सबने बैठकर कमरे में चायपान किया। बता दें कि फाइनल मैच के लिए सांसद अचानक पड्डल पहुंच गए, जबकि फाइनल मैच में मुख्य अतिथि एडीसी मंडी थे। इसके बाद उपायुक्त को भी मौके पर आना पड़ा। जब इनाम देने की बारी आई तो उपायुक्त ने सांसद के साथ इनाम भी बांटे, लेकिन बाद में अचानक मामला बिगड़ गया। बाद में सांसद राम स्वरूप ने किसी भी विवाद से स्वयं इनकार किया।


Keep watching our YouTube Channel ‘Divya Himachal TV’. Also,  Download our Android App