हिमाचल-पानीपत बनाएंगे रेजिन एसिड

By: Mar 7th, 2017 12:15 am

वन विकास निगम-इंडियन सिंथेटिक रबड़ कंपनी में समझौता

newsशिमला – वन विकास निगम के प्रबंध निदेशक सीएस सिंह और इंडियन सिंथेटिक रबड़ प्राइवेट लिमिटेड (आईएसआरपीएल) पानीपत के प्रबंध निदेशक संजय भटनागर के बीच सोमवार को एक समझौता हुआ है। वन मंत्री ठाकुर सिंह भरमौरी की उपस्थिति में सोमवार को डिस्प्रोपोरसनेट रेजिन (डीपीआर) विशेष किस्म के रेजिन एसिड बनाने के लिए बेसिक इंजीनियरिंग पैकेज उपलब्ध करवाने बारे इन दोनों के बीच समझौता ज्ञापन हस्ताक्षरित किया गया। इस अवसर पर आईएसआरपीएल के क्यूसी प्रमुख मृत्युंजय तिवारी और मैटीरियल प्रमुख विभूति चौधरी भी उपस्थित थे। भरमौरी ने जानकारी दी कि अभी तक डिस्प्रोपोरसनेट रेजिन विदेशों से आयात किया जा रहा था, जिससे भारत की बहुत सी विदेशी मुद्रा खर्च हो रही थी। भारत में इस विशेष प्रकार का रेजिन एसिड तैयार करने के लिए यह प्रथम प्रयास है, जिसके अंतर्गत स्वदेश में ही यह उत्पाद तैयार करके आईएसआरपीएल को उपलब्ध करवाया जाएगा। उन्होंने कहा कि इस पूर्व यह एसिड चीन से आयात किया जाता था, जिसे काफी विदेशी मुद्रा खर्च होती थी। उन्होंने आशा व्यक्त की कि राष्ट्र हित और देश की आर्थिक स्थिति के सुदृढ़ीकरण के लिए यह प्रयास एक मील का पत्थर साबित होगा। उन्होंने कहा कि इंडियन ऑयल कारपोरेशन अनुसंधान एवं विकास शाखा ने रेजिन गम से विशेष रेजिन एसिड बनाने की विधि विकसित की है। आईएसआरपीएल को प्रदेश को इस तकनीक को उपलब्ध करवाने के लिए आभार व्यक्त किया और कंपनी को इस बारे हर संभव सहयोग प्रदान करने का आश्वासन भी दिया। निदेशक दक्षिण नागेश गुलेरिया ने धन्यवाद प्रस्ताव रखा और राज्य वन निगम कर्मचारी संघ के प्रधान संजय शर्मा ने भी अपने विचार रखे। इस अवसर पर कार्यकारी निदेशक राकेश सूद, मंडलीय प्रबंधक एलआर चैहान के अतिरिक्त अन्य अधिकारी भी उपस्थित थे। वन मंत्री ने जानकारी दी कि बिलासपुर बिरोजा फैक्टरी में 74000 क्विंटल, जबकि नाहन बिरोजा फैक्टरी में 37000 क्विंटल भंडारण क्षमता है।


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