करोड़ों खर्च कर भी पैदल ही चल रहा भराड़ी
शहर के साथ सटे वार्ड में नाममात्र की ही बस सुविधा, दिक्कतें झेलने को मजबूर लोग
शिमला — भराड़ी नगर निगम शिमला का वार्ड नंबर एक है। भराड़ी वार्ड शहर के साथ सटा हुआ है। वार्ड की परिधि शहर से ही आरंभ हो जाती है, जिसके चलते वार्ड में जनसंख्या का भार बढ़ता जा रहा है। वार्ड पार्षद का कहना है कि वार्ड में पांच वर्षों के दौरान करोड़ों रुपए के विकास कार्य हुए हैं, मगर स्थानीय जनता सुविधाओं के अभाव का रोना रो रही है। जनता का आरोप है कि वार्ड में बसों, पार्किंग व पार्क की कमी है।अपर भराड़ी में परिवहन निगम की नाममात्र ही बसें चलती हैं, हालांकि सुबह व शाम के समय अपर भराड़ी के लिए बसें चल रही हैं, मगर सुबह व शाम के समय भी उक्त क्षेत्र के लिए गिनती की बसें चल रही हैं, जो जरूरत को पूरा नहीं कर पा रही हैं, जबकि दिन के समय तो उक्त क्षेत्र के लिए कोई बस सेवा नहीं है, जिसके चलते स्कूली बच्चों व उनके परिजनों को खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। इसके अलावा वार्ड में पार्किंग की व्यवस्था नहीं है। पार्किंग न होने से सड़कों पर ही वाहन पार्क हो रहे हैं। वार्ड में छोटे-छोटे पार्क हैं,लेकिन उक्त पार्क भी अव्यवस्था की मार झेल रहे हैं, वहीं वार्ड में खेल मैदान की भी कमी है। मैदान न होने से सड़कों पर ही युवा वर्ग अपने शौक पूरा कर रहे हैं।
वार्ड में वीआईपी
* कांग्रेस नेता (सांसद) आनंद शर्मा
* शहरी विकास मंत्री सुधीर शर्मा
* एचपीयू के कुलपति एडीएन बाजपेयी
* बिजली बोर्ड के प्रबंध निदेशक
* वकील, डाक्टर
वार्ड में न पार्क, न खेल मैदान
भराड़ी वार्ड में न तो पार्क है और न ही खेल मैदान। ऐसे में युवा वर्ग सड़कों पर खेल कर ही अपने शौक को पूरा कर रहे हैं। भराड़ी में स्कूल के समीप एक छोटा सा पार्क है, जो अव्यवस्था की मार झेल रहा है, जबकि वार्ड में खेल मैदान के नाम पर कुछ नहीं है।
सड़कों पर पार्क हो रहे वाहन
भराड़ी वार्ड में पार्किंग नहीं है। ऐसे में स्थानीय लोग संकरी सड़कों पर ही वाहन पार्क करने को मजबूर हैं,जो अकसर जाम का कारण बनता रहता है, जिससे स्थानीय लोगों को दिक्कतें झेलनी पड़ती हैं।
वार्ड में बस सेवा का अभाव
भराड़ी वार्ड के अपर भराड़ी क्षेत्र में बसों की कमी है। हालांकि परिवहन निगम ने उक्त क्षेत्र के लिए सुबह व शाम के समय बसें चलाई हैं, मगर अपर भराड़ी के लिए दिन के समय कोई बस सेवा नहीं है। एचआरटीसी द्वारा भराड़ी के लिए टैक्सी चलाई गई है, मगर टैक्सी भी लोअर भराड़ी से मुड़कर अपर भराड़ी आती है। ऐसे में अपर भराड़ी वासियों को टैक्सी सेवा का लाभ नहीं मिल पा रहा है।
भराड़ी में विकास की रफ्तार, न पार्किंग न मैदान
कैसे होगा स्मार्ट वार्ड
कुछ ऐसे हैं वार्ड के आंकड़े
* वार्ड की जनसंख्या तीन हजार से अधिक है
* वोटर-2600
* पुरुष-1400
* महिला-1200
* एपीएल-90 फीसदी
* बीपीएल-10 फीसदी
* रोजगार-85 फीसदी
* स्वरोजगार-15 फीसदी
कागजों में ही हुआ विकास
रमेश शर्मा का कहना है कि भराड़ी वार्ड में पांच वर्षों के दौरान विकास नहीं हुआ है। वार्ड में न तो पार्किंग है। वाहन सड़कों पर पार्क हो रहे हैं। बुजुर्गों को चंद पल सुकून से बिताने के लिए पार्क भी नहीं है। वार्ड का विकास कागजों में ही हुआ है।
वार्ड की सड़कों पर गड्ढों का राज
राधे का कहना है कि भराड़ी वार्ड की सड़कों पर गड्ढों का राज है। वार्ड की अधिकतर सड़कें गड्ढों में तबदील हो गई हैं। सड़कों की हालत खराब होने से हर समय दुर्घटनाओं का खतरा बना रहता है।
वार्ड में पार्किंग को तरसे लोग
भूपराम का कहना है कि भराड़ी वार्ड में एक भी पार्किंग नहीं है। बीच बाजार में वाहन पार्क रहते हैं। सड़कों की हालत भी खस्ता है। वार्ड के अधिकांश सड़कों पर गड्ढे पड़ चुके हैं, जिसकी सुध लेने वाला कोई नहीं है।
वार्ड में इन योजनाओं पर हुआ काम
* पूरा वार्ड सीवरेज से जुड़ा
* वार्ड में पेयजल कनेक्टिविटी
* वार्ड में एलईडी लाइटें स्थापित
* रास्तों को पक्का किया
* ऑकलैंड के समीप शौचालय का निर्माण
वार्ड में संस्थान
* आर्मी क्वार्टर
* पुलिस लाइन
* सरकारी व निजी स्कूल
* पुलिस कालोनी
* आरकेएमवी महाविद्यालय
* राजकीय कन्या वरिष्ष्ठ माध्यमिक पाठशाला
* शॉपिंग कांप्लेक्स
इन योजनाओं पर होना है काम
* सैनिक रेस्ट हाउस के समीप पार्किंग का निर्माण
* स्थानीय स्कूल के समीप पार्किंग का निर्माण
* वार्ड में शौचालयों का निर्माण
* सड़कों में होगी टायरिंग
वार्ड में नहीं एक भी मैदान
अमित गुप्ता का कहना है कि भराड़ी वार्ड में खेल मैदान की कमी है। खेल मैदान के नाम पर भराड़ी स्कूल के समीप छोटा सा मैदान है, जहां स्कूलों व स्थानीय बच्चे खेलते हैं, मगर यह मैदान भी सड़क पर है, जहां अकसर वाहन पार्क रहते हैं और वाहनों की आवाजाही रहती है। ऐसे में अकसर दुर्घटना का खतरा बना रहता है।
सड़कों पर खेल रहे बच्चे
चंपा का कहना है कि वार्ड में बच्चों के खेलने के लिए मैदान भी नहीं है, जिसके चलते बच्चों को सड़कों पर ही खेलना पड़ता है, वहीं वार्ड में जनता को पेयजल किल्लत झेलनी पड़ रही है। जनता को तीसरे-चौथे दिन पानी मिल रहा है।
पार्षद बोलीं, वार्ड में विकास की कोई कमी नहीं
वार्ड पार्षद कला शर्मा का कहना है कि वार्ड में पांच वर्षों के दौरान करोड़ों रुपए के विकास कार्य हुए हैं। वार्ड में पार्किंग की कमी चल रही है। इस समस्या से जनता को निजात दिलाने के लिए सभी औपचारिकताएं पूरी कर दी गई हैं। सैनिक रेस्ट हाउस के समीप पार्किंग निर्माण के लिए जगह चिन्हित कर दी गई है जल्द ही पार्किंग का निर्माण कार्य आरंभ कर दिया जाएगा। वार्ड में विकास की कोई कमी नहीं है।
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