दक्षेश्वर महादेव मंदिर

By: Apr 15th, 2017 12:07 am

aasthaदक्षेश्वर महादेव मंदिर कनखल हरिद्वार उत्तराखंड में स्थित है। कनखल दक्षेस्वर महादेव मंदिर भारत के प्राचीन मंदिरों में से सबसे अधिक जाना जाता है। दक्षेश्वर महादेव मंदिर भगवान शिव को समर्पित हैं। यह मंदिर शिव भक्तों के लिए भक्ति और आस्था की एक पवित्र जगह है। हिंदू कैलेंडर के अनुसार सावन का महीना शिव भक्तों के लिए मुख्य आकर्षण के केंद्र होता है। भगवान शिव का यह मंदिर सती के पिता राजा दक्ष प्रजापित के नाम पर है। इस मंदिर को रानी दनकौर द्वारा 1810 ई. में बनाया गया था तथा 1962 में इस मंदिर का पुनर्निर्माण किया गया था। पौराणिक कथाओं के अनुसार राजा दक्ष प्रजापति भगवान ब्रह्मा जी के पुत्र थे और सती के पिता थे। सती भगवान शिव की प्रथम पत्नी थी। राजा दक्ष ने इस जगह एक भव्य यज्ञ का आयोजन किया जिसमें सभी देवी-देवताओं, ऋषियों और संतों को आमंत्रित किया। इस यज्ञ में भगवान शिव को आमंत्रित नहीं किया था। इस घटना से सती ने अपमानित महसूस किया क्योंकि सती को लगा राजा दक्ष ने भगवान शिव का अपमान किया है। सती ने यज्ञ की अग्नि में कूद कर अपने प्राण त्याग दिए। इससे भगवान शिव क्रोधित हो गए और भगवान शिव ने वीरभद्र, भद्रकाली और शिव गणों को कनखल युद्ध के लिए भेजा। वीरभद्र ने राजा दक्ष का सिर काट दिया। सभी देवताओं के अनुरोध पर भगवान शिव ने राजा दक्ष को जीवन दान दिया और उस पर बकरे का सिर लगा दिया। राजा दक्ष को अपनी गलतियों को एहसास हुआ और भगवान शिव से क्षमा मांगी। तब भगवान शिव ने घोषणा कि हर साल सावन के महीने में भगवान शिव कनखल में निवास करेगें। यज्ञ कुंड के स्थान पर दक्षेस्वर महादेव मंदिर बनाया गया था तथा ऐसा माना जाता है कि आज भी यज्ञ कुंड मंदिर में अपने स्थान पर है। राजा दक्ष के यज्ञ का विवरण वायु पुराण में दिया गया है।


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