पीएम से मांगा शिमला को पानी

By: Apr 25th, 2017 12:05 am

शिमला – शिमला जन विकास मंच ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर परिवर्तन रैली के दौरान पानी की विकराल समस्या के समाधान के लिए आवश्यक निर्देश जारी करने की मांग उठाई है। सोमवार को शिमला जन विकास मंच ने जिला उपायुक्त के माध्यम से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र भेजा। पत्र में उल्लेख किया गया है कि शिमला जो ब्रिटिशकाल की राजधानी ही नहीं रही बल्कि वर्तमान में विश्व पर्यटन स्थल और प्रदेश की राजधानी भी है।  स्थानीय नागरिकों की संख्या करीब अढ़ाई लाख से अधिक है, जबकि अंग्रेजों ने शिमला को पेयजल योजना मात्र 16000 की आबादी के लिए गुम्मा, चैहड़, चुरट व कैचमेंट एरिया ढली से बनाई थी। गुम्मा से पानी 1470 मीटर हेड से उठाया जाता है, जोकि एशिया की यह मात्र पहली एक ऐसी अतुलनीय योजना है, लेकिन उसके बाद राज्य सरकार द्वारा अश्वनी खड्ड से पानी की एक अन्य छोटी पेयजल योजना से परिपूरक किया था, जिस पानी को रोगाणुयुक्त की वजह से बंद कर दिया गया है, क्योंकि उक्त पानी के इस्तेमाल से गत वर्ष करीब 25 मौतें हुई थीं। इसी तरह दूसरी परिपूरक योजना गिरि नदी से बनाई गई थी, उसमें गाद आने पर पानी रेगुलर सप्लाई नहीं हो पाती। पत्र में लिखा है कि वास्तविक स्थिति यह है कि शिमला शहर के नागरिक अथवा पर्यटकों को मात्र अंग्रेजों द्वारा 16 हजार की आबादी को बनाई गई पानी की योजना से पानी चौथे अथवा पांचवें दिन मिल रहा है, जो न काफी तो ही ही, लेकिन पानी सप्लाई की अनिश्चितता भी बनी रहती है और घर या शहर को स्वच्छ रखने में भी असफलता ही हाथ लगती है। उन्होंने प्रधानमंत्री से मांग की है कि शिमला शहर के लिए केंद्र सरकार एवं वर्ल्ड बैंक के सौजन्य से पानी की नई योजना का निर्माण करवाया जाए। इस विकराल समस्या के समाधान के लिए आवश्यक निर्देश दिए जाएं। बहराहल शिमला के पानी का मुद्दा अब पीएम तक पहुंच गया है। ऐसे में जन विकास मंच के सदस्यों को उम्मीद है कि राजधानी के पीएम के प्रस्तावित दौरे के दौरान पीएम जरूर पानी पर कोई नई घोषणा करेंगे।


Keep watching our YouTube Channel ‘Divya Himachal TV’. Also,  Download our Android App