अल्ट्रासाउंड मशीन बनी सफेद हाथी
रिकांगपिओ – क्षेत्रीय चिकित्सालय रिकांगपिओ में अल्ट्रासाउंड न करवाए जाने से जिला में मरीजों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। हालांकि चिकित्सालय में पीजीआई चंडीगढ़ के बाद प्रदेश में पहली ऐसी आधुनिक अल्ट्रासाउंड मशीन स्थापित की गई है, जिसकी कीमत लाखों रुपए बताई जा रही है, मगर हैरानी की बात है कि चिकित्सालय में चार महीने से रेडियोलॉजिस्ट न होने से यह आधुनिक मशीन मात्र सफेद हाथी बनी हुई है। बताया जा रहा है कि विभाग में चार महीने पूर्व रेडियोलॉजिस्ट ने अपना तबादला कर दिया तो उसके बाद विभाग में यह पद खाली पड़ा हुआ है, जिससे मरीजों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। जिला में पूह, कल्पा एवं निचार मंडल के मरीजों के लिए एकमात्र बड़े इस चिकित्सालय में इस तरह से महत्त्वपूर्ण पद पर कोई तैनात न होना जिला के मरीजों के साथ अन्याय है। जनजातीय क्षेत्र की दृष्टि से भी जिला में चिकित्सालयों में इस तरह की सुविधाएं मुहैया करना सरकार की जिम्मेदारी बनती है। बावजूद जनजातीय लोगों को इस तरह की सुविधाओं से वंचित रहना पड़ रहा है। पूरा जिला में एक रेडियोलॉजिस्ट न होने से उन्हें खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। स्पीति के रिगंजिन, छेरिंग मेडुप सहित किन्नौर के राजकुमार नेगी, सुरेंद्र नेगी, मनोज नेगी आदि ने बताया कि जिला में आल्ट्रसाउंड की सुविधा न होने से लोगों को रामपुर व शिमला जाना पड़ रहा है। उन्होंने प्रशासन व प्रदेश सरकार से मांग की कि जल्द से जल्द स्थायी तौर पर क्षेत्रीय चिकित्सालय रिकांगपिओ में रैडियोलॉजिस्ट की तैनाती की जाए, ताकि लोगों को घर द्वार पर ही अल्ट्रसाउंड सुविधा मिल सके।
विवाह प्रस्ताव की तलाश कर रहे हैं? निःशुल्क रजिस्टर करें !
Keep watching our YouTube Channel ‘Divya Himachal TV’. Also, Download our Android App