एक नजर

By: May 3rd, 2017 12:02 am

पंजाब में बढ़ रहे लीवर के मरीज

अमृतसर — भारत में लीवर या जिगर की बीमारी तेजी से बढ़ रही है प्रतिवर्ष दो लाख से ज्यादा लोग अपनी जान इस रोग से गंवा बैठते हैं। अमृतसर में ये विचार यशोदा हास्पिटल हैदराबाद के लिवर ट्रांसप्लांट सर्जन अमरदीप यादव ने रखे। उन्होेंने बताया कि एक सर्वेक्षण के अनुसार भारत में प्रतिवर्ष 25000 लोगों को लीवर प्रत्यारोपण की जरूरत है, जबकि वर्ष में केवल 2000 लीवर ही प्रत्यारोपित हो पाते हैं। इसका एक बड़ा कारण लोगों में जागरूकता का कम होना है। पंजाब तथा हरियाणा में अल्कोहल का ज्यादा इस्तेमाल होने की वजह से बाकी राज्यों की तुलना में यहां पर ज्यादा लीवर के रोगी पाए जाते हैं। इनमें अल्कोहल से प्रभावित होकर खराब होने वाले लीवर के अलावा फैटी लीवर हैपेटाइटिस बी वसी से लोग पीडि़त हैं। अमनदीप अस्पताल के मुखी डाक्टर अवतार सिंह ने कहा कि सरकार को प्रत्यारोपण या ऑर्गन ट्रांसप्लांट की नीति पर दोबारा विचार करना चाहिए तथा लोगों को प्रत्यारोपण या अंगदान करने के लिए प्रेरित करना चाहिए।

जागरूकता से कम होगा अस्थमा

जालंधर — अस्थमा विश्व स्तरीय समस्या है। अस्थमा रोगी का इलाज कर रहे डाक्टर को दवाई लिखने से पहले बीमारी के बारे में विस्तार से बताना चाहिए, ताकि पीडि़त का सही ढंग से इलाज हो सके। ये शब्द विश्व अस्थमा दिवस के अवसर पर डा. एचजे सिंह, जो रणजीत अस्पताल पटेल चौक जालंधर के एमडी ने कहे। उन्होंने कहा कि अस्थमा के रोगियों में यह गलत धारणा पाई जाती है कि उन्हें दूध, दहीं, लस्सी, केला व चावल नहीं खाए जाने चाहिएं, जबकि ये सब चीजें खाने से रोगी को कोई नुकसान नहीं होता। डा. सिंह ने कहा कि मूंगफली, मछली, अंडा आदि चीजें अस्थमा रोगी को नुकसान पहुंचा सकती हैं। डा. सिंह ने कहा कि अस्थमा रोगियों के लिए फ्री जांच कैंप लगाकर, बीमारी के बारे में जागरूकता फैलाकर इस बीमारी पर काबू पाया जा सकता है।

नंगल में सफेद हाथी बना सुविधा केंद्र

नंगल— पंजाब में पूर्व सरकार द्वारा तकरीबन सवा अरब रुपए खर्च करके  लोगों को एक ही कार्यालय में प्रशासनिक सुविधाएं मुहैया करवाने के लिए सुविधा केंद्र स्थापित किए थे। अब सरकार के लिए यह सुविधा केंद्र सफेद हाथी साबित हो रहे हैं। इस कार्यालय में सुविधा केंद्रों को चला रही कंपनी के पास अपने कर्मचारियों को देने के लिए वेतन भी नहीं है। इन कर्मचारियों को पांच-छह महीनों से वेतन ही नहीं दिया जा रहा। मौजूदा समय में पंजाब में 2100 सुविधा केंद्र हैं। 700 केंद्र शहरों में और 1400 केंद्र ग्रामीण क्षेत्रों में चलाए जा रहे हैं। हर केंद का एक माह का खर्च साढ़े पांच लाख के करीब आ रहा है। लोगों की शिकायत है कि सुविधा केंद्र में छोटे-छोटे कार्यों के लिए बार-बार चक्कर लगाने पर भी कार्य नहीं हो रहा है।

एचआईएमटी में दाखिले शुरू

होशियापुर — एचआईएमटी कालेज होशियारपुर ने 11वें बैच 2017-18 के अकादमिक सेशन के लिए दाखिले शुरू कर दिए हैं। विद्यार्थी कालेज द्वारा प्रदान की जा रही अलग-अलग छात्रवृत्ति स्कीम के अंतर्गत दाखिला ले सकते हैं। एचआईएमटी कालेज के मैनेजिंग डायरेक्टर संजीव चोपड़ा व शिव मोदगिल ने कहा कि यह काउंसिलिंग विशेषतः उन छात्रों के लिए होगी, जो 12वीं व ग्रेजुएशन कर चुके हैं और प्रोफेशनल कोर्स एमबीए, एमसीए, बीबीए, बीसीए व बीएसई (एटीएचएम) करना चाहते हैं। आर्थिक रूप से कमजोर विद्यार्थी छात्रवृत्ति योजनाओं के अंतर्गत अलग-अलग कोर्स में दाखिला ले सकते हैं। हिमाचलियों को विशेष छूट दी जाएगी।

पीडि़तों को बांटी राहत सामग्री

तलवाड़ा— आईएएस अंडर ट्रेनिंग परमवीर सिंह ने नए जिला रेडक्रॉस सोसायटी की तरफ से पीडि़त परिवार को राहत सामग्री भेंट की गई। सकतर जिला रेडक्रॉस सोसायटी नरेश गुप्ता ने बताया कि बीते दिन ग्राम कंडाली तहसील दसूहा में प्रवासी मजदूरों की झुग्गियों को अचानक आग लगने से उनके घर का घरेलू सामान जलकर राख हो गया था। डिप्टी कमिश्नर विपुल उज्ज्वल के दिशा-निर्देशों से जिला रेडक्रॉस सोसायटी की तरफ  से अंडर ट्रेनिंग परमवीर सिंह ने जरूरतमंदों को राहत सामग्री भेंट की। उन्होंने बताया कि पांच पीडि़त परिवारों के साथ सरपंच, नंबरदार, जिला रेडक्रॉस सोसायटी के स्टाफ मेंबर के अलावा गांववासी मौजूद थे।

एलपीयू में राष्ट्रपति को मानद डाक्टरेट डिग्री

जालंधर— लवली प्रोफेशनल यूनिवर्सिटी उस समय अत्यंत गौरवान्वित हुई, जब 8वीं वार्षिक कन्वोकेशन के दौरान भारत के राष्ट्रपति पद्म विभूषण प्रणब मुखर्जी को मानद डाक्टरेट की डिग्री से सम्मानित किया। इससे पहले भी एलपीयू ने विश्व के छह शीर्ष नेताओं, जिनमें अफगानिस्तान, मॉरिशस, किंगडम ऑफ लिसॉथो, कॉमन वैल्थ ऑफ डोमिनिका के राष्ट्रपति व प्रधानमंत्री तथा विश्व शांति पुरस्कार विजेता धर्म गुरु 14वें दलाईलामा शामिल हैं, को अपनी मानद डाक्टरेट की डिग्रियों से सम्मानित किया है। इस अवसर पर राष्ट्रपति ने भी एलपीयू के विद्यार्थियों को उनकी अकादमिक व रिसर्च दक्षता के लिए पीएचडी की डिग्रियां, 38 गोल्ड मेडल व 164 अवार्ड वितरित किए। यह दूसरा अवसर था, जब भारत के राष्ट्रपति को अपने परिसर में स्वागत करने का सौभागय एलपीयू को प्राप्त हुआ, क्योंकि इससे पहले  प्रणब मुखर्जी वर्ष 2013 में आयोजित तीसरी कन्वोकेशन के भी मुख्यातिथि थे। इस अवसर पर पंजाब के गवर्नर वीपी सिंह बदनौर ने कन्वोकेशन की अध्यक्षता की।

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