पगार पर चर्चा करेंगे हिमाचल-पंजाब के टीचर्ज

By: May 3rd, 2017 12:02 am

वेतन विसंगति पर चर्चा के लिए प्राध्यापक संघों को मिला न्योता

 नूरपुर, शिमला— पांचवें और छठे वेतन आयोग की विसंगतियों पर वार्ता के लिए पंजाब सचिवालय के आमंत्रण पर चार मई को हिमाचल और पंजाब स्कूल प्राध्यापक संघ संयुक्त रूप से अध्यापकों का नेतृत्व करेगा। इसके लिए पंजाब स्कूल प्राध्यापक  संघ के अध्यक्ष सरदार हाकम सिंह आहलूवालिया और हिमाचल प्रदेश स्कूल प्राध्यापक संघ के अध्यक्ष डा. अश्वनी कुमार की अध्यक्षता में दस सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल का गठन किया गया है। जो पांचवें वेतन आयोग में वेतन संबंधी विसंगतियों को दुरुस्त करने और छठे वेतन आयोग की सिफारिशों पर चर्चा करने के लिए प्राध्यापकों की पैरवी करेंगे। प्राध्यापक संघ का मानना है कि छठे वेतन आयोग में एकरूपता लाने के लिए न्यूनतम शैक्षणिक योग्यता को ध्यान में रखा जाना चाहिए। दोनों प्राध्यापक संघों के अध्यक्षों ने कहा कि स्कूल प्राध्यापक संघ की शैक्षणिक योग्यता एमए बीएड है और मुख्याध्यापकों की शैक्षणिक योग्यता बीए बीएड है, लेकिन उनका पे-स्केल 10300-34800 रुपए है और ग्रेड-पे 5400 रुपए है। इसके मुकाबले सामान्य एमए की शैक्षणिक योग्यता रखने वाले पॉलीटेक्निकल प्राध्यापकों का पे-स्केल 15600-39100  और ग्रे-पे 5400 निर्धारित किया गया है। इस विसंगति के कारण स्कूल प्राध्यापकों और मुख्याध्यापकों को सीधा नुकसान हो रहा है। उन्होंने कहा कि एक तरफ तो सरकारें अध्यापकों से शिक्षा की उच्च गुणवत्ता की अपेक्षा रखती हैं और दूसरी तरफ  उनकी शैक्षणिक योग्यता को नजरअंदाज किया जाता है। उन्होंने कहा कि प्राध्यापकों के पे-स्केल 10300-34800 पर 5400 ग्रेड-पे को 6000 किया जाए, जबकि स्कूल प्राध्यापक के वेतनमान में पांच प्रतिशत वार्षिक वेतन बढ़ोतरी दी जाए।

प्रधानाचार्यों को मिलें वित्तीय लाभ

शिमला – प्लेसमेंट आधार पर कार्यरत स्कूल प्रधानाचार्य को शीघ्र वित्तीय लाभ दिए जाएं। यह मांग प्रदेश स्कूल प्रधानाचार्य व निरीक्षण अधिकारी  संघ  के राज्य  प्रधान  अनिल नाग, उपप्रधान डा. अश्वनी ठाकुर, महासचिव डीआर प्रेमी, शिमला मंडल के चेयरमैन डा. हरि राम शर्मा, सिरमौर जिला के प्रधान  दलीप नेगी, महासचिव डा. प्रेम पाल सिंह ठाकुर, शिमला जिला के प्रधान  सुरेंद्र चौहान व महासचिव धर्मपाल जिस्टू ने की है। संघ के पदाधिकारियों का कहना है कि आज विद्यालयों में दो तरह के प्रधानाचार्य कार्य कर रहे हैं। एक तो वे जिन्हें सभी वित्तीय लाभ  मिल रहे हैं और एक वे, जो काम तो प्रधानाचार्य  का कर रहे हैं, पर वित्तीय लाभ प्रवक्ताओं का ले रहे हैं।

विवाह प्रस्ताव की तलाश कर रहे हैं? निःशुल्क रजिस्टर करें !


Keep watching our YouTube Channel ‘Divya Himachal TV’. Also,  Download our Android App