मुसीबत में मार्कंड…वार्ड सिस्टर कर रही इलाज

By: May 6th, 2017 12:09 am

news newsजुखाला —  लगभग बीस पंचायतों के स्वास्थ्य का जिम्मा संभालने वाले सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र मार्कंड की खस्ताहालत बनी हुई है। आलम यह है कि यह अस्पताल उधार के डाक्टरों से चल रहा है और कई बार डाक्टर उपलब्ध न होने पर यहां पर फार्मासिस्ट अपनी सेवाएं उपलब्ध करवाते हैं। गंभीर स्थिति में इलाज करवाने के लिए बिलासपुर क्षेत्रीय अस्पताल, घुमारवीं सिविल अस्पताल, सुंदरनगर या फिर शिमला आईजीएमसी ही विकल्प हैं। कई बार इस अस्पताल में न तो चिकित्सक उपलब्ध हो पाता है और न ही फार्मासिस्ट ऐसे में वार्ड सिस्टर अस्पताल में अपनी सेवाएं उपलब्ध करवाती हैं। इस बात से खुद ही पता चलता है कि जिस अस्पताल में वार्ड सिस्टर मरीजों की नब्ज टटोलती हैं उस अस्पताल का क्या हाल होगा।  यह अस्पताल उधार के चिकित्सकों पर चल रहा है। यहां पर रोजाना नए-नए चिकित्सक अपनी सेवाएं देते हैं। बता दें कि इस अस्पताल को एफआरयू का दर्जा प्राप्त है, जिसकी वजह से इस अस्पताल में 24 घंटे एमर्जेंसी सेवाएं उपलब्ध हैं परंतु स्टाफ  की कमी की वजह से एक शिफ्ट में तो रेगुलर चिकित्सक उपलब्ध होता है तथा अगली शिफ्ट में उधार के चिकित्सक या फिर फार्मासिस्ट अपनी सेवाए देते हैं। गौरतलब है कि इस अस्पताल में रोजाना 100 से 150 की ओपीडी है। इस अस्पताल में रेडियोग्राफर तो तैनात है पर उसे भी सप्ताह में दो दिन जिला अस्पताल में डेपुटेशन पर भेज दिया जाता है। अस्पताल में ड्राइवर के दो पद हैं, जिनमें से एक पद रिक्त है। यहां पर एक ही चालक दो गाडि़यों पर अपनी सेवाएं दे रहा है। यह चालक एंबुलेंस के साथ-साथ बीएमओ का सरकारी वाहन भी चलाता है, जब यह चालक बीएमओ के साथ जाता है तो इस अस्पताल में एंबुलेंस की सुविधा लोगों को नहीं मिल पाती है। हालांकि इस अस्पताल में 108 राष्ट्रीय एंबुलेंस आने से कुछ राहत मिली है। इसके बारे में कई बार लोगों ने सरकार और जिला प्रशासन से इन पदों को भरने की मांग की, परंतु आज तक इसके बारे में कोई कार्रवाई नहीं हुई।

देख लो ! अस्पताल में ये- ये पद  चल रहे हैं खाली

अस्पताल में चिकित्सक के तीन पद स्वीकृत हैं, जिनमें से एक पद रिक्त हैं। एक चिकित्सक बीएमओ के पद पर अपने सेवाएं दे रहा है। बीएमओ का पद रिक्त है। इसके साथ ही चीफ  फार्मासिस्ट का भी एक पद रिक्त है। स्टाफ नर्स के चार पद स्वीकृत हैं, जिनमें से एक पद खाली है लैब सहायक के दो पद हैं, जिनमें से एक पद रिक्त है स्वीपर के तीन पद हैं, जिनमें से दो पद रिक्त हैं। ड्राइवर के दो पद हैं, जिनमें से एक पद रिक्त है। अस्पताल में पिछले वर्ष से चिकित्सक और बीएमओ के पद रिक्त चल रहे हैं।

डाक्टर संभाल रहा बीएमओ का काम

यहां पर चिकित्सकों के साथ-साथ बीएमओ का पद भी पिछले एक वर्ष से रिक्त चल रहा है। अस्पताल में चिकित्सकों के तीन पद स्वीकृत हैं, जिनमें से एक पद रिक्त चल रहा है। बीएमओ का पद खाली होने कि वजह से अस्पताल में तैनात एक चिकित्सक को बीएमओ की जिम्मेदारी दी गई है और अस्पताल में एक ही चिकित्सक अपनी रेगुलर सेवाएं दे रहा है।

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