सुविधाएं पूरी हैं तो रिजल्ट खराब क्यों

By: May 26th, 2017 12:01 am

धर्मशाला —  सरकारी स्कूलों में शिक्षा का गिरता स्तर चिंता का विषय बना हुआ है। स्कूलों में मूलभूत सुविधाएं प्रदान करने तथा शिक्षकों की ट्रेनिंग पर हर वर्ष लाखों रुपए खर्च किए जाते हैं, जबकि इसके परिणाम की ओर गौर ही नहीं किया जा रहा है। दूसरी ओर निजी स्कूलों में सुविधाओं की कमी के बावजूद बेहतर परिणाम दिए जा रहे हैं। गुरुवार को धर्मशाला में सांसद शांता कुमार ने जिला विकास समन्वय एवं निगरानी समिति की बैठक में सरकारी स्कूलों में शिक्षा की गुणवत्ता बढ़ाने की दिशा में कार्य करने के निर्देश दिए। इसके अलावा उन्होंने प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत निर्मित सड़कों की गुणवत्ता में कमी पाई जाने पर भी आपत्ति जताई और सबंधित विभाग से रिपोर्ट भी तलब कर ली। शांता ने इसमें दो साल योजना के तहत निर्मित सड़कों के फेल होने तथा इस पर की गई कार्रवाई की रिपोर्ट मांगी है। उन्होंने कहा कि विकास कार्यों के लिए धन की कोई कमी नहीं है और केंद्र तथा प्रदेश सरकार की अनेक योजनाओं के तहत बड़ी मात्रा में धन गांव में पहुंच रहा है। योजनाओं के लिए जारी किया गया धन उन्हीं कार्यों पर खर्च हो और इसमें नियमों की पालना सुनिश्चित हो। कार्यों को लागू करने में नियमों की अवहेलना करने वालों पर उचित कार्रवाई होनी जाहिए। इसके साथ ही उन्होंने विभागों को सांसद निधि का पैसा गंभीरता से खर्च करने करने को कहा तथा इसके तहत विभिन्न योजनाओं में विलंब के कारणों के बारे में सूचित करने के निर्देश दिए। संबंधित अधिकारियों को एक महीने के भीतर इस बारे में विस्तृत रिपोर्ट देने को कहा। शांता ने घरों में विशेषकर जो नवनिर्मित हैं, बार-बार आग्रह पर भी शौचालय न बनाने पर पानी-बिजली कनेक्शन की अनुमति न देने का सुझाव दिया। बैठक में संबंधित विभागों के अधिकारियों ने विभिन्न योजनाओं के कार्यान्वयन  के बारे में विस्तृत जानकारी दी। बैठक में नगर निगम धर्मशाला के आयुक्त एवं स्मार्ट सिटी मिशन के मुख्य कार्यकारी अधिकारी ललित जैन ने स्मार्ट सिटी मिशन के अंतर्गत लागू की जा रही विभिन्न परियोजनाओं के बारे में जानकारी दी।

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