हरियाणा में बनेंगे सूखा निगरानी केंद्र

By: May 23rd, 2017 12:05 am

चंडीगढ़ – हरियाणा के राजस्व एवं आपदा प्रबंधन मंत्री कैप्टन अभिमन्यु ने कहा कि प्रदेश में जिला स्तर पर सूखा निगरानी केंद्र बनाए जाएंगे। इसके लिए अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं। वे सोमवार को हरियाणा निवास में संशोधित नियमावली के अनुसार सूखा प्रबंधन के लिए आयोजित प्रशिक्षण कार्यशाला को संबोधित करने के बाद मीडिया से बातचीत कर रहे थे।  इस अवसर पर प्रशिक्षण कार्यशाला में राजस्व एवं आपदा प्रबंधन विभाग की अतिरिक्त सचिव केशनी आनंद अरोड़ा, केएस श्रीनिवासन, विजयेंद्र सिंह, डा. अभिलक्ष लिखी, नेशनल क्रोप फोरकास्ट सेंटर, नई दिल्ली के निदेशक एसएस के अलावा विभिन्न विभागों के वरिष्ठ अधिकारी तथा राज्य भर से आए जिला राजस्व अधिकारी भी उपस्थित थे। राजस्व मंत्री ने बताया कि हालांकि मौसम विभाग के पूर्वानुमान के अनुसार इस बार देश एवं प्रदेश में मानसून सामान्य रहने के आसार हैं। इसके बावजूद जिम्मेदार सरकार होने के नाते किसी भी संभावित सूखे की स्थिति से निपटने के लिए हमारी पूरी तैयारी है। उन्होंने कहा कि पिछले अढ़ाई सालों में जो भी प्राकृतिक आपदा आई हैं वर्तमान सरकार ने राज्य के इतिहास में सबसे तेज कार्रवाई करते हुए सबसे ज्यादा मुआवजा देने का रिकार्ड बनाने का काम किया है। उन्होंने बताया कि अब बारिश का डाटा, फसल की बुआई की गई भूमि एजमीन की नमी, भूमिगत जल, संरक्षित पानी जैसे कई पैरामीटर की रिपोर्ट बनाने के लिए समय की सीमा निर्धारित की जा रही है। उन्होंने कहा कि भारत सरकार के अधिकारियों ने सोमवार को कार्यशाला में हरियाणा के विभिन्न विभागों के अधिकारियों को नई नियमावली से संबंधित जानकारी दी है, जिससे राज्य को तैयारी करने में आसानी होगी। आपदा एवं राजस्व प्रबंधन विभाग की अतिरिक्त मुख्य सचिव केशनी आनंद अरोड़ा ने उक्त विभागों से संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे आगामी एक जून 2017 से अपने-अपने विभागों के आंकड़े नियमित रूप से राज्य सरकार को भेजें, ताकि किसानों को मौसम की संभावित जानकारी दी जा सके और दुर्भाग्य से सूखे की स्थिति आ जाए तो उससे निपटने में देरी न हो, इसके अलावा सूखे से नुकसान का आंकलन भी सही लगाया जा सके।

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