हल्दी ने संवारी जिंदगी
ज्वालामुखी— 15 टन हल्दी उगाकर हिमाचल के ‘टर्मरिक मैन’ नाम से मशहूर हो चुके सोरन (बालूग्लोआ) के रिटायर्ड कर्नल पीसी राणा से प्रेरणा पाकर हल्दी उगाने वाली रानीताल के भंगवार की तीन महिलाओं की जिंदगी संवर गई है। अपने पति खो चुकीं एक ही परिवार की इन तीनों महिलाओं ने कर्नल राणा से डेढ़ क्विंटल बीज लेकर करीब दस कनाल जमीन में हल्दी की खेती की थी और सात महीने की मेहनत के बाद अब कर्नल राणा को ही 4.5 टन हल्दी बीज बेचकर साढ़े चार लाख की कमाई कर ली है। शकुंतला देवी पत्नी स्व. ओम प्रकाश पठानिया, नीलम पत्नी स्व. जरा सिंह (जट्ट) व मोनिका पत्नी स्व. प्रवीण पठानिया ने बताया कि कर्नल राणा की प्रेरणा के बाद उन्होंने इतने बड़े स्तर पर हल्दी उगाने का फैसला लिया था। कर्नल राणा ने बताया कि उन्होनें इन तीनों को हल्दी की सर्वोत्तम किस्म एसीसी-48 का बीज दिया गया था, जो 25 से 30 गुना तक फसल देता है। इस बीज से हल्दी की फसल मात्र सात महीने में ही तैयार हो जाती है। अब तक वह प्रदेश और प्रदेश के बाहर भी सौ रुपए प्रति किलो की दर से करीब 12 टन बीज पहुंचा चुके हैं। यदि कोई हल्दी उगाना चाहता हो तो मोबाइल नंबर 9418222983 पर उनसे संपर्क कर सकता है। हल्दी उगाने के लिए मई और जून का महीना सर्वोत्तम होता है।
एक कनाल से 30 हजार कमाई
शकुंतला देवी ने बताया कि उन्होंने प्रति कनाल में 15 किलोग्राम हल्दी का बीज लगाया था। हल्दी की इस सर्वोत्तम किस्म एसीसी-48 से उन्हें सात महीने के बाद प्रति कनाल तीन से चार क्विंटल तक हल्दी बीज निकालने में सफलता मिली। उन्हें प्रति कनाल 30 हजार रुपए से ज्यादा कमाई हुई है।
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