बाल्द में घोली उद्योगों की गंदगी

By: Jun 30th, 2017 12:07 am

newsnewsबीबीएन – औद्योगिक क्षेत्र बीबीएन के कुछेक बेलगाम उद्योग तमाम कायदे कानूनों को ताक पर रखकर पर्यावरण का बंटाधार करने पर उतारू हैं, आलम यह है कि उद्योगों द्वारा प्रदूषित केमिकल युक्त पानी बारिश की आड़ में सरेआम नदी-नालों में बहाया जा रहा है। गुरुवार को भी बेलगाम उद्योगों ने बारिश की आड़ में प्रदूषित पानी बाल्द नदी में छोड़ दिया, जिससे नदी में झाग ही झाग बन गया। प्रदूषित पानी आगे जाकर सरसा नदी में मिलता है, ऐसे में आशंका जताई जा रही है कि उद्योगों के प्रदूषित पानी ने कई निरिह जलजीवों को अपना शिकार बना लिया है। राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड बद्दी के अधिकारियों ने मामले की सूचना मिलते ही बाल्द नदी का दौरा किया और नदी से पानी के सैंपल भरे। जानकारी के मुताबिक बुधवार रात से रुक-रुक कर हो रही बारिश ने जहां क्षेत्रवासियों को गर्मी से राहत दी है, वहीं यह बारिश कई उद्योगपतियों के लिए अपने उद्योगों की गंदगी को नदी में ठिकाने लगाने की आड़ भी बन गई है। इसका नजारा गुरुवार दोपहर बाल्द सहित मानपुरा खड्ड में सरेआम देखने को मिला, बारिश की आड़ में बद्दी बरोटीवाला के कुछ बेपरवाह उद्योगों ने प्रदूषित पानी बाल्द नदी में छोड़ दिया। हालात ये रहे कि बाल्द नदी के पुल के नीचे इस प्रदूषित पानी के कारण भारी मात्रा में सफेद झाग बनना शुरू हो गया, जो कि कई किलोमीटर दूर तक नदी के किनारे काफी देर तक जमा रहा। यहां उल्लेखनीय है कि बाल्द नदी का पानी आगे जाकर सरसा नदी में मिलता है। स्थानीय लोगों ने इसकी इत्लाह राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड बद्दी के अधिकारियों को दी, जिसके बाद बोर्ड ने नदी से पानी के सैंपल भरे।

बोर्ड ने तय नहीं किए स्टैंडर्ड

बद्दी बरोटीवाला के उद्योगों से निकलने वाले प्रदूषित पानी के शोधन के लिए केंदुवाला में सीईटीपी प्लांट स्थापित किया गया है, जिसमें उद्योगों द्वारा जो पानी भेजा जाएगा। उसके स्टेंडर्ड आज दिन तक प्रदेश का पर्यावरण विभाग नहीं बना सका है। सीपीसीबी ने कई माह पूर्व सीईटीपी में भेजे जाने वाले पानी के स्टैंडर्ड तय करने को कहा था।

कोर्ट के आदेश भी किए दरकिनार

बारिश की आड़ में प्रदूषित जल नदी नालों में छोड़ने का सिलसिला बंद होने का नाम नहीं ले रहा है। आए दिन किसी न किसी उद्योग द्वारा हल्की सी बारिश होने पर केमिकल युक्त पानी नालों में छोड़ दिया जाता है, जिससे वह पानी आगे जाकर नदियों में मिलकर नदियों के पानी को भी प्रदूषित कर रहा है। सुप्रीम कोर्ट ने उद्योगों में ईटीपी को चलाना अनिवार्य किया हुआ है, लेकिन कोर्ट के सत आदेशों के बाद भी कुछेक उद्योग राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की आंखों में धूल झोंक कर प्रदूषण नियंत्रण मानकों की धज्जियां उड़ाने में लगे हैं।

बार-बार सामने आ रहे प्रदूषण के मामले

हैरत की बात यह है कि बोर्ड के अधिकारियों ने बारिश के मौसम को देखते हुए एहतियातन गुरुवार सुबह ही पानी के सैंपल बाल्द नदी से लिए थे, उस वक्त नदी का पानी ठीक था, लेकिन बेपरवाह उद्यमियों ने गुरुवार को दोपहर के समय बारिश के बीच अपने उद्योगों से केमिकल युक्त पानी छोड़ना शुरू कर दिया। नतीजतन कुछ ही देर बाद बाल्द नदी में कई किलोमीटर तक झाग ही झाग नजर आने लगा। बताते चले कि बीबीएन में उद्योगपतियों की काली करतूत का यह कोई पहला वाकया नहीं है, इससे पूर्व भी दर्जनों बार उद्योगपति इस तरह के कारनामों को अंजाम दे चुके हैं।

केमिकल से बंजर हुई जमीन

औद्योगिक क्षेत्र बरोटीवाला के कुल्हाड़ीवाला में एक गत्ता उद्योग ने बारिश की आड़ में प्रदूषित केमिकल युक्त पानी खुले में छोड़ दिया। उपरोक्त गत्ता उद्योग प्रदूषित पानी सीईटीपी प्लांट को देने की बजाय खुले नाले में बहा रहा है। कुल्हाड़ीवाला के स्थानीय लोगों द्वारा उद्योग की इस हरकत को बाकायदा वीडियो बनाकर प्रदूषण विभाग को सबूत के तौर पर सौंपने जा रहा है। स्थानीय लोगों का आरोप है कि क्षेत्र में जैसे ही बारिश के साथ नाले बहने लगते हैं उद्योग का काला केमिकल वाला पानी भी इसमें बहना शुरू हो जाता है। इस कारण क्षेत्र में लगी फसलें खराब हो रही है, जमीन बंजर बन रही है व पालतु पशु भी बीमार हो रहे हैं। उद्योग के प्रभावित पंचायत सूरजपुर के प्रधान मनमोहन पिंकी ने कहा कि उनकी ओर से उद्योग के प्रदूषण को लेकर कई दफा शिकायतें की जा चुकी हैं। इसके बावजूद उद्योग पर कोई सख्त कार्रवाई नहीं की जाती है। युवा इंटक के जिलाध्यक्ष व बीआरसीबी के प्रदेश महासचिव राजन गोयल ने कहा कि प्रदूषण बोर्ड उद्योग पर दिखावटी कार्रवाई कर रहा है। यही वजह है कि सुप्रीम कोर्ट के निर्देशों के बावजूद उद्योग उल्लंघन करते हुए नाले में केमिकल वाले पानी को गिरा रहा है।

भारत मैट्रीमोनी पर अपना सही संगी चुनें – निःशुल्क रजिस्टर करें !


Keep watching our YouTube Channel ‘Divya Himachal TV’. Also,  Download our Android App