सड़क-पुलों पर टूट पड़ा अंबर

By: Jun 27th, 2017 12:05 am

मंडी में बादल फटने जैसे हाल

newsमंडी – मानसून पहुंचने से पहले ही रविवार रात को मंडी जिला में हुई भारी बारिश ने कई जगह कहर बरपाया है। गोहर के तहत ज्यूणी खड्ड में बारिश के बाद तेज बहाश में एक 15 साल के छात्र की बहने से मौत हो गई। वहीं, मंडी शहर में कई परिवारों को रविवार की रात जागकर काटनी पड़ी। एनएच मंडी-पठानकोट खलियार के पास मलबा गिरने से साढे़ चार घंटे बंद रहा, जबकि द्रंग के बथेरी पंचायत में मूसलाधार बारिश से दस गांवों की सड़क बह गई है। रविवार रात को मंडी में विभिन्न जगह भारी बारिश हुई। मंडी शहर के रामनगर में रात चार बजे बारिश के कारण एक डंगा व रास्ता गिर गया, जिस कारण तीन घरों में मलबा-पानी घुस गया, जबकि तीन मकानों के गिरने का खतरा बना हुआ है। मूसलाधार बारिश से दं्रग विस की पंचायत बथेरी में रविवार रात को बथेरी खलबूट, सुगलाह मार्ग पर भारी वर्षा के कारण नामोनिशान मिट गया है। ठाह गांव के किशन चंद ने बताया कि इस सड़क से एक हजार की आबादी वाले दस गांव लाभान्वित होते हैं, लेकिन अब सड़क पूरी तरह तबाह हो चुकी है। यहां रात को बादल फटने जैसे हालात बन गए थे। रविवार रात को चार बजे बंद हुए एनएच मंडी-पठानकोट को सुबह साढे़ आठ बजे वाहनों के लिए खोला जा सका।

काजा के छतड़ू-छोटादड़ा पुल को खतरा

newsकाजा – जनजातीय जिला लाहुल-स्पीति के ग्रांफू और काजा मार्ग पर वाहनों की आवाजाही कभी भी थम सकती है। इस सड़क पर छतड़ू और छोटादड़ा के पास बने लोहे के पुलों की हालत काफी खस्ता हो गई है। बड़े वाहनों का इन पुलों के ऊपर से गुजरना खतरे से खाली नहीं है। बता दें कि पुलों के ऊपर लोहे की प्लेटें भी मुड़ गई हैं। इसके साथ ही पुलों की दीवारों पर भी काफी ज्यादा दरारें आई हैं। ऐसे में ये पुल कभी भी गिर सकते हैं। ग्रांफू और काजा के लिए इन दिनों एलपीजी के काफी वाहन जा रहे हैं, लेकिन इन पुलों पर वाहन चालक भी डर-डर कर ही ट्रक निकाल रहे हैं। काजा सड़क मार्ग पर ग्रांफू से आगे सड़क की तरफ लगाया गया एक डंगा भी बैठ गया है, जिसके चलते भी यहां वाहनों का गुजरना काफी मुश्किल हो गया है। उल्लेखनीय है कि छह माह तक लाहुल-स्पीति घाटी भी आपस में एक-दूसरे से कटी रहती है। छह माह तक इस खतरनाक सड़क मार्ग से एक-दूसरे से जुड़े रहते हैं, लेकिन इन दिनों भी इस सड़क मार्ग पर सफर करना खतरे से खाली नहीं है। सड़क में जहां कई जगह डंगे बैठ गए हैं। वहीं, दूसरी ओर इन दो महत्त्वपूर्ण सड़कों के हालात भी ठीक नहीं हैं। ऐसे में घाटी के लोगों की चिंता पहले से काफी ज्यादा बढ़ सकती है। लोगों ने भी प्रशासन से मांग की है कि समय रहते इन पुलों की हालत में सुधार किया जाए, ताकि उन्हें किसी भी तरह की परेशानियों का सामना न करना पड़े। काजा के अतिरिक्त उपायुक्त विक्रम नेगी का कहना है कि पुलों की हालत में सुधार किया जा रहा है। पुरानी की जगह नई प्लेटें लगाई जा रही हैं।

आज-कल भीगेंगे पहाड़-मैदान

newsशिमला – प्रदेश के मैदानी व मध्य पर्वतीय क्षेत्रों में दो दिन मौसम कडे़ तेवर दिखाएगा। मौसम विभाग ने मैदानी व मध्य पर्वतीय क्षेत्रों में मंगलवार और बुधवार को गर्जन के साथ भारी बारिश की चेतावनी जारी की है। मौसम विभाग ने समूचे राज्य में दो जुलाई तक खराब मौसम बना रहने की उम्मीद जताई है। रविवार को राज्य के मध्य पर्वतीय क्षेत्रों सहित मैदानी इलाकों में कई जगह बारिश रिकार्ड की गई। सोमवार को भी प्रदेश में कुछ जगह बारिश हुई, जिससे अधिकतम तापमान में एक से चार डिग्री सेल्सियस की गिरावट दर्ज की गई है। जोगिंद्रनगर में सबसे अधिक 84 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई। इसके अलावा मंडी में 78, नाहन, धर्मशाला में 49, पांवटा साहिब में 43, पालमपुर में 25, गगल में 18, पंडोह में पांच, शिमला में 3.4, और खदराड़ा में तीन मिलीमीटर बारिश आंकी गई है। बारिश से नाहन के अधिकतम तापमान में सबसे अधिक चार डिग्री की गिरावट आई है।

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