सुरक्षा के लिए चेहरे पर टैटू

By: Jun 14th, 2017 12:04 am

इन दिनों युवाओं में टैटू एक तरह से स्टाइल स्टेटमेंट बन गया है। युवाओं में अपने शरीर पर तरह-तरह के टैटू बनवाने का चलन का जोरों पर है। लड़का हो या लड़की हर कोई टैटू बनवाकर फैशन की दौड़ में शामिल होना चाहता है, लेकिन म्यांमार में रहने वाली महिलाएं अपने चेहरे पर खतरनाक टैटू बनवाती थीं। बताया जाता है कि यह आदिवासी महिलाएं मर्दों की गंदी नजर से बचने के लिए अपने चेहरे पर खतरनाक टैटू बनावाती थीं। दरअसल, बर्मा के राजा की गुलामी से बचने के लिए महिलाएं ऐसा किया करती थीं। 1960 के बाद यहां महिलाओं को 12 से 14 साल की उम्र में अपने चेहरे पर टैटू बनवाना पड़ता था। हालांकि अब यह परंपरा समाप्त हो चुकी है। म्यांमार की सरकार ने इस परंपरा को बंद करवाने के कई प्रयास किए। कुछ लोग इस परंपरा को रोकने के खिलाफ भी थे, वहीं कुछ लोगों ने इस परंपरा पर रोक लगाने के फैसले का स्वागत किया। इस इलाके में आज भी बुजुर्ग महिलाओं के चेहरे पर उस समय बनाए गए टैटू देखने को मिलते हैं। नई पीढ़ी के लगातार विरोध के बाद इस परंपरा से लोगों को हमेशा के लिए छुटकारा मिल गया। सिर्फ म्यांमार में ही नहीं, बल्कि बहुत से अन्य देशों में भी खुद को यौन उत्पीड़न से बचाने के लिए महिलाएं ऐसे तरीके अपनाती थीं।

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