200 रुपए बढ़ा, वो भी नहीं मिला

By: Jun 6th, 2017 12:05 am

शिमला  – मिड-डे मील यूनियन (संबंधित सीटू) की एमडीएम की बैठक सोमवार को देहा ब्लॉक के सैंज स्थान पर हुई। मीटिंग की अध्यक्षता मिड-डे मील की अध्यक्षा हिमी देवी की उपस्थिति में हुई।  इस दौरान देहा ब्लॉक प्रधान जोगेंद्र सिंह ने आरोप लगाते हुए कहा कि सरकार मिड-डे मील कर्मचारियों का भारी शोषण कर रही है। प्रदेश सरकार ने 14 वर्ष में पहली बार महज 200 रुपए मिड-डे मील वर्करों के वेतन में बढ़ोतरी की है जो कि नाकाफी है। 14 वर्ष में मुख्यमंत्री ने एक दिन के छह रुपए दिहाड़ी में बढ़ोतरी की है लेकिन जून महीना लगने पर भी वह बढ़ा हुआ 200 रुपए मिड-डे मील वर्करों को नहीं दिया है। आज सरकार चाहे वह केंद्र की हो या राज्य की भारी पैमाने पर वर्करों का शोषण कर रही है। यदि प्रदेश सरकार 200 रुपए की बढ़ोतरी के साथ-साथ वर्करों को नियुक्त पत्र दे देती, छंटनी पर रोक लगा देती या छुट्टियों का प्रावधान वर्करों को लागू कर जाती, प्रसूति अवस्था के दौरान वेतन सहित छुट्टियां दे देती तो सही होता, लेकिन सरकार द्वारा पांच घंटे लगातार काम करने के बाद आज सरकार ने 33 रुपए की जगह 39 रुपए बढ़ोतरी किस तरह से करके अपने आपकी पहचान खुद राज्य में करवा दी है। अध्यक्ष हिमी देवी ने कहा कि यदि सरकार तुरंत इन छंटनी पर रोक नहीं लगाती है ,वेतन में कम से कम 210 रुपए दिहाड़ी नहीं देती, नियुक्ति पत्र नहीं देती, वर्करों को छुटिटयां उपलब्ध नहीं करवाती ,तो आगे आने वाले चुनाव के दिनों में दोनों ही सरकारों को इसका परिणाम भुगतना होगा।

मीटिंग में ये रहे मौजूद

मीटिंग में देहा ब्लॉक के प्रधान जोगेंद्र सिंह, सचिव पे्रम लाल व कैशियर तारा व इसके साथ-साथ सदस्य रेखा देवी, इंद्रा, दुर्गा सिंह, प्रोमिला, लायक राम, सरला, वीना, जोगेंद्र कुमार, रूमा देवी, कमलेश, निर्मला, सत्या व कौशल्या मौजूद रहे।

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