इनसाफ को इंतजार जंजैहली सड़कों पर
थुनाग — करीब दो महीने से न्याय का इंतजार कर रहे सराजवासियों के सब्र का बांध बुधवार को फिर टूट पड़ा। फोरेस्ट गार्ड होशियार सिंह के मौत मामले में न्याय न मिलने पर बुधवार को सैकड़ों लोग जंजैहली की सड़कों पर उतर आए। सराज विकास मंच के बैनर तले लोगों ने करीब दो घंटे के लिए जंजैहली में चक्का जाम कर दिया। इस दौरान करीब 500 से ज्यादा लोगों ने जंजैहली पंचायत घर से लेकर एसडीएम कार्यालय तक रैली निकाली और सरकार व पुलिस मुर्दाबाद के नारे भी लगाए। इस दौरान सराज विकास मंच के अध्यक्ष कुंदन लाल ने कहा कि होशियार सिंह वनरक्षक की हत्या को दो महीने बीत चुके हैं, लेकिन अभी तक केस को सुलझाया नहीं गया है। उन्होंने कहा कि हिमाचल सरकार और प्रदेश सरकार होशियार सिंह हत्याकांड और कोटखाई बिटिया हत्याकांड को दबा रही है। उन्होंने कहा कि होशियार सिंह केस को सीबीआई को सौंपा जाए, नहीं तो जनता उग्र आंदोलन करेगी। इस बीच गुस्साए लोगों ने जंजैहली बस स्टैंड पर करीब दो घंटा चक्का जाम कर दिया। जंजैहली एसडीएम अश्वनी कुमार को खुद मौके पर पहुंच लोगों को शांत करना पड़ा और उन्होंने बस स्टैंड आकर जाम खुलवाया और लोगों से उक्त मामले पर ज्ञापन भी लिया। राकेश सिंघा ने जंजैहली में जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि प्रदेश सरकार आरोपी को बचाने में लगी हुई है। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार वन माफिया और गुंडों को बढ़ावा दे रही है। धरने में सबसे ज्यादा महिलाएं शामिल हुईं।
जनता की मांग…सीबीआई को सौंपा जाए केस
जंजैहली में सड़कों पर सराज विकास मंच के बैनर तले उतरे सैकड़ों लोगों की दोटूक मांग है कि होशियार सिंह केस सीबीआई के सुपुर्द किया जाए। होशियार सिंह केस सीबीआई को नहीं सौंपा जाता है, तो जनता उग्र प्रदर्शन करने से पीछे नहीं हटेगी। इस दौरान सैकड़ों की संख्या में जनसैलाब उमड़ा।
सब्र का बांध टूटा
दो घंटे तक चक्का जाम मौके पर पहुंचे एसडीएम
ये सवाल मांग रहे जवाब
- होशियार सिंह केस में इतनी देरी क्यों और इसमें अपराधी कौन हैं।
- पुलिस ने यह कैसे कह दिया कि होशियार सिंह ने आत्महत्या की है
- होशियार सिंह जहर खाने के बाद कैसे पेड़ पर चढ़ा, मान लिया पहले पेड़ पर चढ़ा फिर दवाई खा ली, लेकिन दवाई खाने के बाद कोई पेड़ पर कैसे रह सकता है।
- जहर खाने के बाद कोई पेड़ पर उल्टा कैसे लटक सकता है
- पुलिस ने दो दिन बाद क्यों बताया कि होशियार सिंह ने जहर खाया था और उसके बैग से सुसाइड नोट मिला है।
- होशियार ने अगर खुदकुशी करनी थी तो वह जंगल क्यों गया।
- होशियार सिंह के बाजू में चोट के निशान कैसे आए, क्या उसने पहले अपने आप को चोटिल किया
पुलिस-प्रशासन के खिलाफ गूंजे मुर्दाबाद के नारे
धरने-प्रदर्शन में गुस्साए लोगों ने मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह मुर्दाबाद के नारे भी लगाए और इसके साथ ही प्रदेश पुलिस के खिलाफ भी मुदार्बाद के नारे गूंजते रहे। लोगों ने कहा कि सरकार जानबूझ कर केस को दबा रही है। जनता ने आरोप लगाते हुए कहा कि पुलिस ने इस केस को दूसरी दिशा में मोड कर कार्रवाई को भ्रमित किया है।
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