छह आरोपी गिरफ्तार

By: Jul 14th, 2017 12:11 am

वारदात के नौ दिन बाद पुलिस ने किया रेप-मर्डर मिस्ट्री सुलझाने का दावा

newsnewsशिमला — पुलिस ने वारदात के नौ दिन के बाद कोटखाई में छात्रा के साथ गैंगरेप के बाद उसकी हत्या के मामले को सुलझाने का दावा किया है। इस संबंध में पुलिस ने छह लोगों को गिरफ्तार कर लिया है, जिनमें दो नेपाल, दो गढ़वाल, एक मंडी व एक स्थानीय युवा है। इनमें से एक आरोपी को पुलिस ने बुधवार रात को पकड़ा था, जबकि पांच को गुरुवार को गिरफ्तार किया गया। डीजीपी सोमेश गोयल ने गुरुवार शाम पुलिस मुख्यालय में बाकायदा प्रेस कान्फ्रेंस कर केस को सुलझाने और सभी आरोपियों को गिरफ्तार करने की जानकारी मीडिया को दी। डीजीपी सोमेश गोयल ने कहा कि पुलिस ने इस मामले में जिन लोगों को गिरफ्तार किया है, उनकी इस हत्याकांड में पूरी भूमिका रही है। उन्होंने कहा कि इस हत्याकांड का असली सूत्रधार पिकअप चालक राजेंद्र सिंह ऊर्फ राजू (32) हलाईला निवासी रहा है। हालांकि यह मंडी के जंजैहली का है, जो काफी समय से कोटखाई में परिवार सहित रह रहा है। इसने ही अपनी गाड़ी में छात्रा को लिफ्ट दी थी। राजू छात्रा को जानता था व इसी जान-पहचान की वजह से जहां लड़की ने उसके वाहन में लिफ्ट ली, वहीं राजू ने उसे दूसरी बार अपनी गाड़ी में घर पहुंचाने का आश्वासन दिया था। उन्होंने बताया कि इस वाहन में चालक राजू सहित पांच लोग सवार थे। इसी वाहन में सुभाष सिंह बिष्ट (42) गढ़वाल, सूरत सिंह (29) नेपाल, लोकजन उर्फ छोटू (19) नेपाली, दीपक उर्फ दीपू, गढ़वाल (38) थे। इन सभी ने इस जघन्य अपराध को अंजाम दिया है। उन्होंने कहा कि पुलिस ने बुधवार को जिस आशीष उर्फ आशु (29) शहराल महासू निवासी को गिरफ्तार किया है, उसका भी इस घटना से संबंध रहा है। तकनीकी सबूत के आधार पर आशीष को पकड़ा गया है। डीजीपी ने इस हत्याकांड में पुख्ता सबूत मिलने का भी दावा किया है। सोमेश गोयल ने कहा कि पुलिस के पास फिजिकल, फोरेंसिक  सबूत हैं, जो यह साबित करते हैं कि इन्हीं लोगों ने इस जघन्य अपराध को अंजाम दिया है। पुलिस का दावा है कि इन सभी आरोपियों ने इस जघन्य अपराध को कबूला भी है।

55 घंटों में 84 लोगों से की गई पूछताछ

डीजीपी सोमेश गोयल ने बताया कि पुलिस ने इस हत्याकांड के सिलसिले में बीते 55 घंटों में 84 लोगों से पूछताछ की। इस दौरान 28 कॉल डिटेल और दो मोबाइल टावरों का डंप डाटा खंगाला गया। इसके आधार पर पहले आशीष को पकड़ा गया और बाद में बाकी आरोपी।

तीन दिन मात्र चार-पांच घंटे ही सोया जांच दल

डीजीपी ने कहा कि पुलिस के लिए यह मामला बेहद पेचिदा था। इसकी जांच के लिए पुलिस ने पूरी मेहनत से काम किया है। केस की जांच एसआईटी ने आईजी साउथ जहूर जैदी की अगवाई में की। जांच दल ने पूरी मेहनत से जांच की है और हालात ये रहे कि बीते तीन दिन में टीम ने मात्र चार से पांच घंटे की ही नींद ली।

केस को लेकर लोगों की भावना थी जायज

डीजीपी सोमेश गोयल ने इस हत्याकांड को लेकर जन भावनाओं को उचित करार दिया है। उन्होंने कहा कि जिस तरह से यह दरिंदगी की गई थी, उससे समाज के सभी वर्ग का आंदोलित होना जायज था। लेकिन ऐसे मामलों की जांच में वक्त लगता है। लोगों को धैर्य रखना चाहिए।

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