जीएसटी कारोबार पर भारी

By: Jul 8th, 2017 12:05 am

शिमला  —  जीएसटी की मार कारोबार पर भारी पड़ने लगी है। जीएसटी लागू होने के बाद बाजार मंदी के दौर से गुजर रहा है। अभी भी शिमला के कारोबारी जीएसटी को लेकर असमंजस में हैं। शिमला के कारोबार पुराने स्टॉक को क्लीयर करने में जुटे हुए हैं। जीएसटी के मापदंडों के तहत कारोबारियों को एक वर्ष की अवधि में खरीदा गया स्टॉक छह माह के भीतर क्लीयर करना है। इसी सूरत में ही कारोबारियों को इनकम टैक्स का लाभ मिल पाएगा। ऐसे में कारोबारी वर्ग पुराने स्टॉक को निकालने में लगे हुए हैं।  शिमला व्यापार मंडल के प्रधान इंद्रजीत सिंह ने कहा कि जीएसटी की मार कारोबार पर पड़ रही है। इन दिनों कारोबारी वर्ग मंदी की मार झेल रहे हैं। नया साफ्टवेयर तैयार न होने के चलते कारोबारियों को नया माल नहीं मिल रहा है। वहीं जीएसटी की पूर्ण जानकारी न होने के चलते कारोबारी वर्ग असमंजसता में है कि नया माल खरीदे या न खरीदें। उन्होंने सरकार से मांग उठाई है कि शिमला के कारोबारियों को जीएसटी के प्रति जागरूक करने के लिए कार्यशालाएं आयोजित की जाए। शहर के साथ-साथ उपनगरों में भी कार्यशालाएं आयोजित की जाए ।

कपड़ा कारोबारी ज्यादा परेशान

जीएसटी लागू होने के बाद कपड़ा व्यापारी ज्यादा परेशान हैं। इससे पहले कपड़े पर टैक्स नहीं लगता था। ऐसे में अब कपड़े पर जीएसटी लागू होने से वे परेशान हैं कि कैसे इन्वायंस भरेंगे और कैसे स्टॉक का रिकार्ड रखेंगे।

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