जीएसटी से कुल्लू शॉल हुई ‘ठंडी’

By: Jul 6th, 2017 12:01 am

बुनकरों को अब नहीं मिल पाएगी पांच प्रतिशत सबसिडी

बाशिंग  —  दुनिया भर में अपनी विशेष छाप छोड़ चुकी कुल्लू शॉल अब पहले से ज्यादा महंगी मिलेगी। एक जुलाई से लागू हुए जीएसटी की मार देश के लाखों बुनकरों को भी सहनी पड़ेगी। इतना ही नहीं, केंद्र सरकार की ओर से देश के बुनकरों को दी जाने वाली सबसिडी भी अब खत्म हो गई है। जानकारी के अनुसार केंद्र सरकार की ओर से प्रदेश के बुनकरों को पांच प्रतिशत सबसिडी धागे पर दी जाती थी, लेकिन अब सरकार ने शॉल पर पांच प्रतिशत जीएसटी लगा दिया है। ऐसे में सरकार की ओर से दी गई सबसिडी खत्म हो गई है, जिसका प्रदेश के बुनकरों में काफी रोष भी है। हालांकि खादी वस्तुओं पर किसी भी तरह का जीएसटी नहीं है। ऐसे में बुनकर केंद्र सरकार से यही चाह रहे थे कि उन्हें भी जीएसटी के दायरे से बाहर रखा जाए, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। इसके चलते अमरीका तक डंका बजाने वाली कुल्लू शॉल के दाम अब आसमान पर पहुंचने शुरू हो गए हैं। उल्लेखनीय है कि कुल्लू में अधिकतर लोग बुनकर के क्षेत्र से ही जुड़े हैं। कुल्लू के बुनकरों ने अपने हाथों के हुनर से कुल्लू को विश्व में ख्याति दिलाई है, लेकिन अब जिस तरह से शॉल पर भी जीएसटी की मार पड़ी है, उससे कुल्लू के आम लोग भी काफी प्रभावित हुए हैं। हालांकि केंद्र सरकार खादी की वस्तुओं को जीएसटी के दायरे से पूरी तरह बाहर रखा हुआ है, लेकिन बुनकर जीएसटी के दायरे में आ गए है। वहीं, अंतरराष्ट्रीय मार्केट में शॉल में प्रयोग होने वाला धागा भी दिन प्रतिदिन महंगा होता जा रहा है। ऐसे में कुल्लू शॉल खरीदने के लिए लोगों को अपनी जेबें और ढीली करनी पड़ेगी। इस तरह कुल्लू शॉल के बुनकरों पर इसका असर पड़ेगा।

भारत मैट्रीमोनी पर अपना सही संगी चुनें – निःशुल्क रजिस्टर करें !


Keep watching our YouTube Channel ‘Divya Himachal TV’. Also,  Download our Android App