तीसरे पक्ष पर घिरे फारुक

By: Jul 22nd, 2017 12:05 am

कश्मीर में हस्तक्षेप वाले बयान पर विरोध में उतरे विपक्ष का हमला

NEWSनई दिल्ली— जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री फारुक अब्दुल्ला ने शुक्रवार को कश्मीर मसले के समाधान में तीसरे पक्ष के हस्तक्षेप की जरूरत पर बल दिया। उनका यह बयान आते ही उनकी आलोचना शुरू हो गई। केंद्र में सत्तारूढ़ भाजपा से लेकर विपक्षी कांग्रेस, जम्मू-कश्मीर की सत्तारूढ़ पीडीपी, क्षेत्रीय पार्टी एनपीपी ने इसका विरोध किया। वहीं, अपने पिता के समर्थन में आगे आए पूर्व सीएम उमर अब्दुल्ला ने कहा कि उनके बयान को तोड़-मरोड़ कर पेश किया जा रहा है। फारुक अब्दुल्ला ने जम्मू-कश्मीर में नियंत्रण रेखा पर पाकिस्तान द्वारा बार-बार संघर्ष विराम के उल्लंघन के बारे में पूछे जाने पर संसद परिसर में संवाददाताओं से कहा कि भारत को कश्मीर मसले के तत्काल समाधान के लिए संयुक्त राष्ट्र और चीन से संपर्क करना चाहिए। उन्होंने कहा कि आप कब तक इंतजार करेंगे? कभी-कभी आपको सांड को उसके सींग से खींचना होता है। बातचीत एक रास्ता है। भारत के दुनिया भर में कई मित्र हैं। उन्हीं में से किसी को मध्यस्थ की जिम्मेदारी देनी चाहिए। अमरीकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने खुद कहा है कि वह कश्मीर समस्या को सुलझाना चाहते हैं। चीन ने भी कहा है कि वह कश्मीर मामले में मध्यस्थ बनना चाहता है। किसी न किसी से संपर्क तो करना होगा। इस बयान के बाद उन पर विरोधियों के हमले तेज हो गए। राज्य सरकार में पीडीपी की सहयोगी भाजपा ने कहा कि उसे सरकार चलाने के लिए अब्दुल्ला की सलाह की जरूरत नहीं है। वहीं, कांग्रेस ने कहा कि यह देश का आंतरिक मामला है और इसमें किसी तीसरे पक्ष की जरूरत नहीं है। कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने अब्दुल्ला के इस सुझाव को पूरी तरह से खारिज कर दिया। उन्होंने कहा कि मैं लंबे समय से कह रहा हूं कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्र में उनकी नीतियों के कारण जम्मू-कश्मीर बर्बाद हुआ है।

विवाह प्रस्ताव की तलाश कर रहे हैं ? भारत मैट्रीमोनी में निःशुल्क रजिस्टर करें !

 


Keep watching our YouTube Channel ‘Divya Himachal TV’. Also,  Download our Android App