लंगरों में लवलश्कर के साथ पहुंचे एडीएम, हर पतीले की सब्जी परखी

By: Jul 31st, 2017 12:07 am

newsnewsनयनादेवी – विख्यात तीर्थस्थल नयनादेवी में चल रहे श्रावण अष्टमी के दौरान भारी संख्या में श्रद्धालु मां के दर्शनों के लिए पहुंच रहे हैं। एडीएम एवं मेला अधिकारी विनय कुमार ने तैयारियों का जायजा लिया। उन्होंने लंगरों में साफ-सफाई परखी। इस दौरान खाना बनाते, ढक्कनों को उठाकर सफाई की जांच की। इसके अतिरिक्त प्रशासन ने सफाई व्यवस्था के साथ ही शौचालयों की नियमित सफाई के लिए जिम्मा बांट रखा है। श्रद्धालुओं को किसी भी प्रकार की असुविधा पेश न आए, इसका खासा ख्याल रखा जा रहा है। पीने के पानी का समुचित प्रबंध किया गया है और 200-200 के जत्थों में श्रद्धालुओं को मां के दर्शनार्थ भेजा जा रहा है। नयनादेवी में श्रावण अष्टमी मेले जारी हैं। एडीएम एवं मेला अधिकारी विनय कुमार मोर्चा संभाले हुए हैं पंजाब के रास्ते ओवरलोड आ रही बसों पर भी नजर बनाए रखी हैं। चूंकि अश्विन तथा चैत्र मेलों में यात्री कम होते है लेकिन श्रावण मास में लाखों की संख्या में मां के दर्शनों को पहुंचते हैं, ऐसे में सफाई व्यवस्था का काफी अहम रोल हो जाता है। वर्ष में लगने वाले मेलों एवं नवरात्र में सारी व्यवस्थाओं पर न्यास बैठक बुलाता है तथा अलग-अलग जिम्मेदारियों के लिए जिला उपायुक्त बैठक में फैसले लेते हैं। नगर परिषद के साथ-साथ पंचायतों को भी सफाई जिम्मा सौंपा जाता है, जिसका भुगतान मंदिर न्यास करता है। वर्तमान में मंदिर के पास नयनादेवी में लगभग 12 शौचालय हैं। इनमें लगभग 150 सीटें हैं तथा यह सारा जिम्मा सुलभ इंटरनेशनल को दिया गया है। अभी हाल ही में तीन मोबाइल शौचालयों को भी मंदिर न्यास ने स्थापित किया है तथा उसमें भी पर्याप्त पानी डालने का प्रबंध है, जबकि नगर परिषद के पास लगभग 80 के करीब सीटें। परिषद का कहना है कि घवांडल के पास शौचालय में पानी की दिक्कत आ रही है, जबकि सभी शौचालयों में सफाई का प्रबंध है तथा मेलों से पहले सभी सीटों का निरीक्षण किया जाता है तथा खराब सीट होने पर उन्हें बदल दिया जाता है।  नयनादेवी में पार्किंग व्यवस्था में भी व्यापक सुधार हुआ है। वर्तमान समय में मेलों के दौरान बड़े वाहनों को कोलां वाला टोबा में रोका जाता है। यहां पर प्राइवेट पार्किंग हैं, परंतु मनमर्जी से पैसे वसूलने में कोई कसर नहीं छोड़ते है। ऐसे में प्रशासन का हस्तक्षेप जरूरी है। मेले के दिनों में लगभग 65 लंगर चल रहे हैं, जिसकी लगातार एसडीएम चेत सिंह चैकिंग कर रहे हैं।  कुल मिलाकर व्यवस्थाओं पर जिला प्रशासन, नगर प्रशासन, मंदिर न्यास तथा पंचायतें मिलकर कार्य करती है, जिनका परिणाम लगभग अच्छा ही रहता है।

न्यास के 100, नगर परिषद के 118 कर्मी

नगर परिषद नयनादेवी तथा मंदिर न्यास मिलकर सफाई व्यवस्था संभालते हैं। इसके लिए न्यास ने 100 कर्मचारी तथा नगर परिषद के 118 कर्मचारी कार्यरत हैं तथा समय-समय पर कीटनाशक दवाएं तथा फिनाइल एवं चूने का भी छिड़काव किया जाता है। पिछले पांच वर्षों की तुलना में पानी की सप्लाई में अब नयनादेवी में कोई भी कमी नहीं है तथा कोट से लगभग 20 लाख लीटर प्रतिदिन पानी मुहैया करवाया जाता है। अगर कहीं मशीनरी ही धोखा दे जाए तो पानी की किल्लत बढ़ जाती है, परंतु नयनादेवी में 20 लाख लीटर पानी सप्लाई हो रही है।

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