संगड़ाह में सड़कें ठप, बिजली गुल
संगड़ाह — सभी मुख्य सड़कें, विद्युत व्यवस्था व संचार सेवा ठप होने के चलते उपमंडल संगड़ाह गुरुवार मध्य रात्रि से शुक्रवार सायं खबर लिखे जाने तक दुनिया के शेष हिस्सों से कटा रहा। गुरुवार मध्य रात्रि शुरू हुई बारिश के चलते बंद हुई क्षेत्र की संगड़ाह-राजगढ़ व संगड़ाह-रेणुकाजी-नाहन आदि सभी प्रमुख सड़कों पर लोक निर्माण विभाग व प्रशासन शुक्रवार सायं खबर लिखे जाने तक करीब 15 घंटे बाद भी यातायात के लिए बहाल नहीं करवा सके। क्षेत्र के कई लिंक रोड गत सात जून से शुरू हुए बारिश के दौर के चलते कई बार बंद हो चुके हैं तथा सड़क बंद होने के चलते संगड़ाह-राजगढ़ बस पिछले करीब डेढ़ सप्ताह से बंद है। संगड़ाह-नाहन मार्ग पर करीब अढ़ाई करोड़ की लागत से निर्माणाधीन उंगर-कांडो सड़क के मलबे की उचित डंपिंग न होने के कारण यहां पिछले पांच दिनों से बार-बार सड़क बंद हो रही है। शुक्रवार को उक्त स्थान पर मलबा हटाने के लिए लगी एक लोक निर्माण विभाग की एक सरकारी जेसीबी मशीन भी दब गई तथा खबर लिखे जाने तक इलाके की यह प्रमुख सड़क बंद रही। उपमंडल मुख्यालय संगड़ाह तथा क्षेत्र के 40 के करीब गांव में बुधवार मध्य रात्रि से गुरुवार शाम तक लगातार करीब 12 घंटे बिजली गुल रहने के बाद गुरुवार मध्य रात्रि से शुक्रवार सायं खबर लिखे जाने तक एक बार फिर लगातार करीब 15 घंटे से अधिक समय तक विद्युत आपूर्ति ठप रही। गुरुवार रात्रि से शुक्रवार प्रातः 11 बजे तक संगड़ाह में बीएसएनएल की संचार सेवा भी ठप रही। संगड़ाह में पिछले पांच दिनों से लगातार घंटों बिजली गुल रहने के चलते यहां मौजूद उपमंडल स्तर के कार्यालयों तथा तीन में से दो बैंकों में भी जेनरेटर न होने से कामकाज बंद रह रहा है। बीएसएनएल के कनिष्ठ अभियंता संगड़ाह दिनेश कुमार ने कहा कि हालांकि शुक्रवार प्रातः फिर से जनरेटर के एक्सचेंज को चालू किया जा चुका है, मगर ईंधन की कमी, सड़कें बंद होने व दिन भर बिजली गुल रहने के चलते दूरसंचार सेवा चालू रखने में दिक्कत आ रही है। स्थानीय प्रशासन व लोक निर्माण विभाग बाद दोपहर दो बजे तक एसडीएम कार्यालय संगड़ाह के सामने गिरे मलबे को हटा पाए हैं। शुक्रवार को संगड़ाह में 49 एमएम बारिश रिकार्ड की गई। विद्युत बोर्ड के सहायक अभियंता राहुल राणा ने कहा कि बारिश के चलते संगड़ाह की एचटी लाइन का एक खंभा गुरुवार को क्षतिग्रस्त हो गया था तथा चाढ़ना से वैकल्पिक विद्युत सप्लाई न मिलने के चलते विद्युत आपूर्ति लंबे समय तक बाधित रही। लोक निर्माण विभाग के अधिशाषी अभियंता संगड़ाह केएल चौधरी ने कहा कि बारिश और भू-स्खलन से सड़कों पर आए मलबे को हटाने के लिए दो सरकारी तथा चार प्राइवेट जेसीबी मशीनें लगाई जा चुकी हैं। उन्होंने कहा कि उंगर-कांडो सड़क का निर्माण कर रहे ठेकेदार को एक जेसीबी मशीन यहां मेन रोड पर आ रहे मलबे को हटाने के लिए लगाने को कहा है। शुक्रवार को यहां दबी सरकारी जेसीबी निकालने तथा यातायात बहाल करने का कार्य जोरों पर है।
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