किसानों के मुद्दों पर सेमिनार

By: Aug 13th, 2017 12:01 am

शिमला— हिमाचल किसान सभा का शिमला में किसानों के मुद्दों पर दो दिवसीय राज्य स्तरीय सेमिनार शनिवार से शुरू हो गया है। हिमाचल सेब उत्पादक संघ के राज्य महासचिव डा. ओंकार शाद ने सेमिनार का उद्घाटन किया। डा. ओंकार शाद ने कहा कि आज देश को आजाद हुए 70 वर्ष पूरे हो गए हैं परन्तु इस इरसे में देश व प्रदेश की कांग्रेस व भाजपा शासित सरकारों ने किसानी के क्षेत्र में की अनदेखी की है। परिणाम सामने है कि आज कृषि किसी भी तरीके से लाभकारी न होने से लोग किसानी से विमुख हो रहे हैं। डॉ शाद ने मुख्यतः 90 के दशक की नवउदारवादी नीतियों को दोषी ठहराया, जिसे इन दोनों सरकारों ने लागू करने में बढ़-चढ़ कर भूमिका निभाई। उन्होंने कहा कि इन सरकारों को रिमोट कंट्रोल से चलाने वाले इस देश के पूंजीपति वर्ग ने कृषि के अंदर पूंजीवादी रास्ते को अख्तियार करते हुए अधिकांश हिस्से को गरीब व सीमांत किसान बनाने पर मजबूर किया है। जिसके चलते असमानता का ग्राफ इस कदर बढ़ गया है कि आज देश की कुल आमदनी का 58 फीसदी हिस्सा केवल एक फीसदी के पास है।  किसान सभा के राज्याध्यक्ष डा. कुलदीप सिंह तंवर ने कहा कि प्रदेश में 9.60 लाख परिवार कृषि से जुड़े हैं। कृषि में सरकारी निवेश नगण्य होने के कारण किसान अपना गुजर-बसर अपने ही प्रयासों से कर रहे हैं। उल्टे सरकार किसानों को उनकी भूमि तक से बेदखल करने पर तुली है।  डा. तंवर ने कहा कि किसान संगठनों के 11 वर्षों के निरन्तर संघर्षों के परिणामस्वरूप 44 सालों के बाद बंदरों को वर्मिन घोषित करवाने में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाई, लेकिन प्रदेश सरकार की नालायकी के चलते किसानों को स्थायी समाधान नहीं मिल पा रहा है।

विवाह प्रस्ताव की तलाश कर रहे हैं ? भारत मैट्रीमोनी में निःशुल्क रजिस्टर करें !


Keep watching our YouTube Channel ‘Divya Himachal TV’. Also,  Download our Android App