कोई भी राय देने से मुकरे कालेज

By: Aug 9th, 2017 12:01 am

शिमला —  हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय सहित प्रदेश के कालेजों में इस सत्र छात्र संघ चुनाव प्रत्यक्ष रूप से होंगे या नहीं, इस बात का फैसला विवि प्रशासन को ही करना होगा।  प्रदेश के 137 कालेज प्राचार्यों ने इस बार छात्र संघ चुनावों पर राय देने से मना कर दिया है। मंगलवार को विवि में आयोजित खेलकूद परिषद की वार्षिक बैठक में विवि कुलपति प्रो. राजेंद्र सिंह चौहान ने कालेज प्राचार्यों से छात्र संघ चुनावों पर राय मांगी थी, लेकिन प्राचार्यों ने इस बार गेंद विवि प्रशासन के खाते में ही डाल दी है। प्राचार्यों ने दोटूक शब्दों में कहा है कि विवि तीन साल से विवि प्रशासन व कालेज शिक्षकों से छात्र संघ चुनावों पर राय ले रहा है, लेकिन विवि फैसला हर बार अपने स्तर पर ही लेता है। ऐसे में यह बात सामने  आती है कि  कालेज प्राचार्यों के प्रत्यक्ष चुनावों पर सहमति न देने से विवि ने चुनाव न करवाने का फैसला लिया है, लेकिन इस बार कालेज वहीं करेंगे, जो विवि प्रशासन का फैसला होगा। कोई भी प्राचार्य छात्र संघ चुनावों पर अपनी राय नहीं देगा और विवि के फैसले के आधार पर ही कार्य करेगा। अब कालेजों के प्राचार्यों के राय न देने पर विवि प्रशासन को ही यह फैसला लेना होगा कि इस बार छात्र संघ चुनाव प्रत्यक्ष रूप से होंगे या मनोनयन के आधार पर। बैठक की अध्यक्षता करते हुए आचार्य राजेंद्र सिंह चौहान ने बैठक में कालेज प्राचार्य और प्रदेश कालेज प्रध्यापक संघ की मांगें भी सुनीं। उन्होंने मांगें जल्द पूरा करने की बात कही। विवि में शुरू किए गए रूसा कार्यक्रम के कार्यान्वयन में महाविद्यालयों को पेश आ रही दिक्कतों को प्राथमिकता के आधार पर हल किया जाएगा और महाविद्यालय के प्राचार्यों को इन समस्याओं के हल के लिए पूर्ण सहयोग दिया जाएगा। कुलपति ने कहा कि प्राध्यापकों द्वारा उठाई जा रही मूल्यांकन की दरों से संबंधित मांग 18 अगस्त तक हल किया जाएगा और विश्वविद्यालय शीघ्र ही एम समन्वय समिति गठित करेगा, जिसमें महाविद्यालयों की समस्याओं का समाधान किया जाएगा।

गाइड के लिए जारी करें अधिसूचना

बैठक में रूसा की समस्याएं रखते हुए कहा कि विवि परीक्षाओं का मूल्यांकन कालेज शिक्षकों से न करवाकर अपने स्तर पर करवाए और अगर यह प्रक्रिया कालेज स्तर पर करवानी है तो इसके पूरा होने के बाद कालेजों में नए सत्र की प्रवेश प्रक्रिया करवाई जाए। सदस्यों ने विवि की ओर से कालेज शिक्षकों को पीएचडी गाइड बनाने का जो निर्णय लिया है, उसकी अधिसूचना विवि जल्द जारी करे। बैठक में कुलपति ने कहा कि महाविद्यालयों को खेलकूद की गतिविधियां बढ़ाने के साथ-साथ कौशल विकास बढ़ाने के लिए भी पाठ्यक्रम आरंभ करने चाहिएं, जिससे युवा शक्ति की सकारात्मक ऊर्जा को सही दिशा में प्रयोग किया जा सके। बैठक में विवि अधिकारियों के साथ-साथ कालेजों के प्राचार्य और संस्थानों के शारीरिक शिक्षक शामिल रहे।

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