गद्दी यूनियन से मांगें माफी, ओबीसी को दें 18 सीटें

By: Aug 9th, 2017 12:01 am

मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह के बयान से बिफरा समुदाय

पालमपुर — मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह की ओर से आए एक बयान के बाद प्रदेश गद्दी यूनियन बिफर गई है। गद्दी नेताओं ने मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह से इस बयान को लेकर माफी मांगने की बात कही है। इस बयान का हवाला देते हुए कांग्रेस से जुड़े समुदाय के नेताओं से सीएम पर माफी मांगने का दबाव बनाने या फिर कांग्रेस को छोड़ने की सलाह भी दी है। मंगलवार को पालमपुर में पत्रकार वार्ता में भाजपा अनुसूचित जनजाति विभाग के राष्ट्रीय वरिष्ठ उपाध्यक्ष और गद्दी यूनियन के सलाहकार त्रिलोक कपूर ने कहा कि प्रदेश के सबसे बड़े जनजातीय समुदाय का उपहास उड़ाना समुदाय का अपमान है। मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह द्वारा समुदाय को लेकर ऐसी बात कहने से सीएम व कांग्रेस का चेहरा बेनकाब हुआ है। गद्दी समुदाय के आरोप थे कि कांग्रेस व सीएम ने समुदाय का राजनीतिक व आर्थिक पोषण किया, लेकिन अब कांग्रेस की संकीर्ण सोच से भी पर्दा उठ गया है। कांग्रेस व सीएम से अनुसूचित जनजाति के लोगों के विकास के लिए जनसंख्या के आधार पर संवैधानिक तौर पर बजट जारी करने की मांग की गई, लेकिन ऐसा कुछ नहीं हो पाया। त्रिलोक कपूर ने कहा कि कई बार पत्राचार किया कि नॉन ट्राइबल क्षेत्रों में रहने वाले समुदाय के लोगों के लिए भी बजट का प्रावधान किया जाए, लेकिन उस पर भी कदम नहीं उठाए गए। कांगडा-चंबा में कई जगह गद्दी समुदाय की महत्त्वपूर्ण भूमिका रहती है। इसके बावजूद टिकट तो दूर की बात कांग्रेस बोर्ड में किसी नेता को स्थान नहीं दे पाई। सीएम के इस बयान से साफ  हो गया है कि सीएम वीरभद्र की नजरों में समुदाय अछूत है। गद्दी यूनियन कांग्रेस से जुड़े समुदाय के नेताओं से आह्वान करती है कि या तो इस बयान को लेकर सीएम पर माफी मांगने का दबाव बनाएं या फिर कांग्रेस से किनारे कर लें। जल्द ही गद्दी यूनियन की बैठक में अगली रणनीति तैयार की जाएगी और विस चुनावों में कांग्रेस का डटकर विरोध किया जाएगा। इस अवसर पर प्रदेश गद्दी यूनियन अध्यक्ष संजय कपूर, विजय भट्ट, मिलाप चंद, जोगिंद्र रनौट और अमर जंगी सहित अनेक गद्दी नेता मौजूद थे।

नादौन नगर पंचायत में कांग्रेस में फूट, सुक्खू ने ली बैठक

नादौन — नगर पंचायत नादौन में कुछ कांग्रेस समर्थित पार्षदों की वर्तमान अध्यक्ष बदलने के प्रयासों की भनक लगते ही कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष सुखविंदर सिंह सुक्खू ने पार्षदों के साथ अहम बैठक की। स्थानीय विश्रामगृह में करीब दो घंटे तक चली बैठक में आरोप-प्रत्यारोपों का खूब दौर चला। हालांकि दो पार्षदों की अनुपस्थिति रही, लेकिन सूत्रों के अनुसार यह विस्फोट कभी भी हो सकता है। नादौन के सभी सात पार्षद कांग्रेस समर्थित हैं, वहीं वर्तमान अध्यक्ष रीना देवी प्रधान पद पर दूसरी बार आसीन हुई हैं। चार पार्षद चौधरी बिरादरी से संबंधित हैं और शुरू से ही उनकी ओर से यह मांग उठती रही है कि इस वर्ग को प्रधान पद मिलना चाहिए। इसी सिलसिले में कुछ समय से वर्तमान अध्यक्ष को बदलकर चौधरी बिरादरी से अध्यक्ष बनाने की सुगबुगाहट पर्दे के पीछे चल रही थी, परंतु अब विवाद इतना बढ़ा कि मंगलवार को जब सुखविंदर सिंह सुक्खू कार्यकर्ताओं की बैठक के लिए नादौन आए थे, तभी विरोध के स्वर उठने पर उन्होंने समस्त पार्षदों को विश्राम गृह में बुलाया। इस दौरान कुछ नगर पंचायत कर्मचारियों को भी विशेष तौर पर बुलाया गया था। इस निर्णय को यह कहकर टाल दिया गया कि दो पार्षद अनुपस्थित हैं।

विधानसभा चुनावों के लिए घृत-बाहती-चाहंग सभा बोली

मटौर — नजदीक आते चुनावी मौसम से पहले ओबीसी व घृत-बाहती-चाहंग समुदाय के तेवर बदले-बदले नजर आ रहे हैं। समुदाय को शिकायत है कि प्रदेश में आज तक जो भी सरकारें आईं, उन्होंने केवल वोट बैंक के रूप में उनका इस्तेमाल किया, लेकिन अब वह इस अनदेखी को कदापि सहन नहीं करेंगे। इन्होंने दोटूक कहा कि अगर इन विधानसभा चुनावों में प्रदेश के 68 में से 18 विधानसभा क्षेत्रों में ओबीसी प्रत्याशी को मैदान में उतारा जाता है, तो ठीक, वरना वह न भाजपा के पक्ष में मतदान करेंगे और न ही कांग्रेस के पक्ष में। घृत-बाहती-चाहंग सभा के प्रदेशाध्यक्ष श्रीकंठ चौधरी ने कहा कि मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह बुधवार को कांगड़ा आ रहे हैं। चुनावी वेला है, ऐसे में जाहिर है कि जनता का दिल जीतने के लिए वह कई उद्घाटन और शिलान्यास भी करेंगे। उन्होंने कहा कि दोनों की पार्टियां ओबीसी विरोधी हैं। इसलिए इस बार जो भी पार्टी विस चुनावों में ओबीसी वर्ग से 18 प्रत्याशियों को टिकट देगी, केवल उसी का समर्थन करेंगे। नौकरियों और शिक्षण संस्थानों में आरक्षण के मुद्दे पर हमेशा हमारा शोषण किया जाता है। हिमाचल सरकार की आरक्षण नीति के अनुसार मेडिकल कालेज की 500 में से 90 सीटें ओबीसी वर्ग की बनती हैं, जिसका लाभ स्वर्ण जातियों को दिया जा रहा है। जब हमें और हमारे बच्चों को हक ही नहीं देने हैं तो किस मुंह से यह सियासतदान वोट मांगने आते हैं। हजारों ओबीसी वर्ग की नौकरियां स्वर्ण जाति के लोगों को दी जा रही हैं। अभी मंत्रिमंडल की बैठक में रोगी कल्याण समिति द्वारा व पैट, पैरा और आउटसोर्सिंग से भर्तियों को सरकारी कर्मचारी का दर्जा देने का रास्ता साफ हो गया, लेकिन इन भर्तियों में भर्ती रोस्टर को लागू नहीं किया गया, जिससे और बैकलॉग इकट्ठा हो गया। उन्होंने मुख्यमंत्री से कहा है कि अगर ओबीसी वर्ग से इस बार वोट चाहिएं, तो ओबीसी के बैकलॉग भरने के लिए एक कैबिनेट की मीटिंग कर लें। उद्घाटनों और शिलान्यासों से वोट नहीं मिलने वाले। मुख्य मुद्दा ओबीसी के हकों का है।

आज कांगड़ा टूअर पर

धर्मशाला में कार्यक्रम, करोड़ों की परियोजनाओं के करेंगे उद्घाटन

शिमला — मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह बुधवार को धर्मशाला में कई कार्यक्रमों की अध्यक्षता करेंगे। वह मंगलवार शाम को शिमला से रवाना हो गए हैं। मुख्यमंत्री कार्यालय से जारी टूअर प्रोग्राम के तहत मुख्यमंत्री बुधवार को कांगड़ा विधानसभा क्षेत्र का दौरा करेंगे, जहां करोड़ों की परियोजनाओं के उद्घाटन और शिलान्यास करेंगे। वीरभद्र सिंह नौ अगस्त को सुबह दस बजे कांगड़ा विधानसभा क्षेत्र के हार-जलाड़ी में बनेर खड्ड पर बनने वाले 104 मीटर लंबे राजल-खरट-हार-जलाड़ी पुल की आधारशिला रखेंगे। इसके बाद कांगड़ा शहर की उठाऊ पेयजल योजना का शुभारंभ करेंगे। कांगड़ा में 33 केवी सब-स्टेशन की आधारशिला भी रखेंगे। मुख्यमंत्री दोपहर 1.15 पर मटौर में राजकीय महाविद्यालय भवन की आधारशिला रखेंगे। शाम चार बजे धर्मशाला के पास डल झील के सौंदर्यीकरण कार्य की आधारशिला रखेंगे और शाम पांच बजे दाड़ी में स्वतंत्रता सेनानी स्मारक की आधारशिला रखेंगे। मुख्यमंत्री 5:40 पर जदरांगल के पास करडियाणा गांव में इक्कू खड्ड पर बने पुल का लोकार्पण करेंगे। शाम छह बजे चामुंडा मंदिर परिसर में एश्यिन विकास बैंक परियोजना के तहत सौंदर्यीकरण कार्यों की आधारशिला रखेंगे। शाम सात बजे धर्मशाला शहीद स्मारक परिसर में नवनिर्मित युद्ध संग्रहालय का लोकार्पण करेंगे। इस दिन सीएम का रात्रि ठहराव परिधि गृह धर्मशाला में होगा। मुख्यमंत्री का दस अगस्त को सुबह नौ बजे बिलासपुर जिला के लिए प्रस्थान का कार्यक्रम है।

विवाह प्रस्ताव की तलाश कर रहे हैं ? भारत मैट्रीमोनी में निःशुल्क रजिस्टर करें !


Keep watching our YouTube Channel ‘Divya Himachal TV’. Also,  Download our Android App