पुलिस भर्ती से ओबीसी आउट

By: Aug 27th, 2017 12:05 am

नाहन – अभी अनुसूचित जाति की छात्राआें को पुलिस कर्मी से बाहर करने का प्रकरण ठंडा भी नहीं हुआ था कि शनिवार को पुलिस ने जिला के विभिन्न क्षेत्रों से पुलिस भर्ती के लिए आए अन्य पिछड़ा वर्ग के युवा को बाहर का रास्ता दिखा दिया। पुलिस द्वारा ओबीसी के करीब 50 से अधिक युवाओं को यह कहकर बाहर कर दिया कि तहसीलदार द्वारा जारी किया गया अन्य पिछड़ा वर्ग प्रमाण पत्र इस भर्ती के लिए मान्य नहीं है। जानकारी के मुताबिक प्रदेश सरकार द्वारा प्रदेश भर में पुलिस की भर्ती की जा रही है, जिसमें बेरोजगार युवा दूरदराज क्षेत्र से आकर भाग ले रहे हैं, लेकिन भर्ती में पहुंचे युवा एवं युवतियों को उस वक्त मायूसी हाथ लगी जब पुलिस प्रशासन द्वारा उन्हें बिना ग्राउंड टेस्ट के ही बाहर का रास्ता दिखा दिया। गौर हो कि कुछ दिनों पूर्व जिला मुख्यालय नाहन में महिला आरक्षी के लिए भर्ती चल रही थी, जिसमें जिला की करीब दो दर्जन अनुसूचित जाति की युवतियों को बाहर कर दिया। शनिवार को नाहन में फिर पुलिस ने अन्य पिछड़ा वर्ग के छात्रों को बाहर का रास्ता दिखा दिया। पुलिस का कहना है कि युवाओं द्वारा जो ओबीसी प्रमाण पत्र बनाए गए वह एक जुलाई, 2017 के बाद के हैं, जबकि पुलिस द्वारा जब भर्ती के लिए विज्ञप्ति जारी की गई थी तो उसमें लिखा गया था कि ओबीसी व अन्य सभी प्रमाण पत्र एक जुलाई, 2017 के पहले के बने होने चाहिए। शनिवार को ओबीसी वर्ग से संबंध रखने वाले नीटू राम, नीरज कुमार, प्रदीप शर्मा, करिश्मा शर्मा, रोहित कुमार, राहुल शर्मा, प्रवीण व मोनिका आदि ने बताया कि उन्होंने एक जुलाई के बाद ओबीसी के प्रमाण पत्र बनाए हैं, लेकिन फार्म जमा करवाने की अंतिम तिथि 21 जुलाई थी। युवाओं का कहना है कि यदि पुलिस द्वारा एक जुलाई के बाद बनाए गए ओबीसी प्रमाण पत्र मान्य नहीं हैं ,तो युवाओं के फार्म क्यों जमा किए गए। युवाओं ने कहा कि वह जिला के दूरदराज के ग्रामीण क्षेत्रों से हजारों रुपए खर्च कर भर्ती में आए हैं ,लेकिन पुलिस ने उन्हें भर्ती में शामिल नहीं होने दिया। उन्होंने प्रदेश सरकार से मांग की कि उन्हें पुनः भर्ती का अवसर दिया जाए, ताकि बेरोजगारी से निजात मिल सके।

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