विकास का अनुमान घटाया

By: Aug 31st, 2017 12:04 am

एचएसबीसी की रिपोर्ट, अप्रैल-जून तिमाही में छह फीसदी तक सिमटेगा

नई दिल्ली— देश की आर्थिक वृद्धि दर नरम रह सकती है और इसके अप्रैल-जून तिमाही में 6.0 प्रतिशत रहने का अनुमान है। इससे पिछली तिमाही में यह 6.1 प्रतिशत थी। एचएसबीसी की रिपोर्ट में यह कहा गया है। वैश्विक वित्तीय सेवा कंपनी के अनुसार तिमाही के दौरान कमजोर निवेश तथा निर्यात वृद्धि से उच्च निजी निवेश तथा सरकारी व्यय का प्रभाव फीका रह सकता है। बजट जल्दी पेश करने और हाल ही में लागू माल एवं सेवा कर जीएसटी की दरों, उससे होने वाली प्राप्तियों तथा छूट आदि के प्रभाव के कारण सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) के आने वाले आंकड़े गड़बड़ा सकते हैं। रिपोर्ट के अनुसार नोटबंदी आठ नवंबर, 2016 तथा उसके बाद जीएसटी क््रुियान्वयन जैसी नीतियों में बदलाव के बीच अगली कुछ तिमाहियों में सकल मूल्य वर्द्धन जीवीए आर्थिक गतिविधियों के मापने का भरोसेमंद उपाय हो सकता है। एचएसबीसी ने एक शोध रिपोर्ट में कहा कि हमारा मानना है कि चालू वि वर्ष की पहली तिमाही में जीवीए वृद्धि बेहतर होगी लेकिन इसके बावजूद 6.2 प्रतिशत पर ही रहेगी। वहीं जीडीपी 6.0 प्रतिशत रहने का अनुमान है।

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