हिमाचल में गैस सप्लाई पर कट
एजेंसियों के पास आधी ही पहुंच रही सप्लाई, मश्किल में उपभोक्ता
मटौर— प्रदेश में इस महीने रसोई गैस का संकट गहरा गया है। लोगों तक गैस की सप्लाई नहीं पहुंच पा रही है। आलम यह है कि गैस के लिए हर जगह मारामारी पड़ी हुई है। उपभोक्ताओं और गैस एजेंसी वालों में तनातनी का माहौल बना हुआ है। बताते हैं कि प्रदेश के लिए आने वाली गैस सप्लाई का आधा हिस्सा ही यहां पहुंच पा रहा है। जानकारी के मुताबिक हिमाचल में मौजूदा समय में आईओसी (इंडियन ऑयल कारपोरेशन), एचपी (हिंदोस्तान पेट्रोलियम) और भारत गैस को मिलाकर लगभग 140 गैस एजेंसियां हैं। प्रदेश में 15 लाख से अधिक उपभोक्ता हैं। इन सभी गैस एजेंसियों में रूटीन में आने वाले लोड (1लोड यानी 365 गैस सिलेंडर) में कट लगा दिया गया है। विदित रहे कि कई अन्य राज्यों समेत हिमाचल के लिए भी पानीपत रिफाइनरी से गैस की सप्लाई होती है। जानकार बताते हैं कि कुछ समय से इस रिफाइनरी में शटडाउन चला हुआ है। ऐसे में आईओसी को गुजरात स्थित कोयाली गैस रिफाइनरी से प्रदेश के लिए गैस की सप्लाई मंगवानी पड़ रही है। कांगड़ा, चंबा, ऊना जिलों में इंडियन ऑयल कारपोरेशन की लगभग 40 गैस एजेंसियां हैं। हर माह इन तीन जिलों के लिए दो लाख सात हजार 775 गैस सिलेंडर सप्लाई होते हैं, लेकिन पिछले कुछ समय से यहां डेढ़ लाख के आसपास गैस सिलेंडरों की सप्लाई हो रही है। प्रदेश के अन्य जिलों में भी गैस सप्लाई के आजकल यही हाल हैं। एलपीजी सेल प्रबंधक रमेश चंद का कहना है कि पानीपत गैस रिफाइनरी के मेंटेनेंस कार्य के चलते वहां आजकल शटडाउन लगाया गया है। इसलिए गुजरात से गैस की सप्लाई मंगवानी पड़ रही है। ऐसे में कुछ समय से गैस सप्लाई में दिक्कत आई है, जो कि थोड़े ही समय में ठीक हो जाएगी।
गैस एजेंसी वालों पर फूट रहा गुस्सा
प्रदेश में गहराए गैस के इस संकट के साथ ही उपभोक्ताओं और गैस एजेंसी वालों में तकरार बढ़ने की सूचना है। वास्तविकता से अनजान उपभोक्ताओं को लग रहा है कि जानबूझकर उन्हें सप्लाई नहीं दी जा रही। ऐसे में वे फोन पर गैस एजेंसी वालों पर गुस्सा निकाल रहे हैं।
विवाह प्रस्ताव की तलाश कर रहे हैं ? भारत मैट्रीमोनी में निःशुल्क रजिस्टर करें !
Keep watching our YouTube Channel ‘Divya Himachal TV’. Also, Download our Android App